मायावती ने साल 2007 से 2012 के दौरान लखनऊ में 13ए, मॉल एवेन्यू रोड स्थित बंगले को नए सिरे से बनाने और साज-सज्जा पर 86 करोड़ 56 लाख रु. खर्च कर डाले। करीब 20 लाख रुपये और बंगले पर अलग-अलग तरह से खर्च किए गए जिनका कोई हिसाब-किताब नहीं है। इसमें से 11 लाख़ 49 हज़ार रुपये बंगले में बिजली और उससे जुड़े सामान पर और 8 लाख़ 22 हज़ार रुपये सिविल मेंटेनेंस के नाम पर खर्च किए गए।
अखिलेश सरकार के प्रोटोकॉल मंत्री अभिषेक मिश्रा ने उत्तरप्रदेश विधानसभा में एक सवाल के जवाब मे यह भी बताया कि इस अतिरिक्त खर्च पर किसी तरह की शिकायत सामने नहीं आई है, जिस कारण इस वित्तीय अनियमितता की जांच नहीं कराई गई है।
वहीं सरकार के सिचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश का सिंचाई बजट पेश करते हुए कहा कि मायावती के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके द्वारा बिल्डरों को दी गई नोयडा की सिंचित ज़मीन के कारण सरकारी ख़ज़ाने को करीब 2642 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यादव ने कहा कि सरकार मायावती के शासन में दी गई नोयडा की सारी सिंचित ज़मीन बिल्डरों से वापस लेगी और दोषी अधिकारियों को सज़ा दी जाएगी।
लख़नऊ में बने सिचाई विभाग के दफ़्तर परिकल्प भवन और यहां के अधिकारियों के रहने के लिए बनी कॉ़लोनी बुद्धा विहार पर भी शिवपाल सिंह यादव सख़्त नज़र आए। उन्होंने बताया कि करीब 21,923 वर्गमीटर में बनी इस कॉलोनी पर शुरुआत में केवल 80 करोड़ रुपये खर्च किए जाने थे लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 448 करोड़ रुपये कर दिया गया।