देश में लगातार बढ़ती महंगाई से आम लोगों को अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मई में महंगाई दर बढ़कर 7.55 फीसदी हो गई है। इससे पहले वाले महीने में ये आंकड़ा 7.23 फीसदी रही थी। वहीं मई 2011 में महंगाई दर 9.1 फीसदी के स्तर पर थी।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य पदार्र्थो की महंगाई दर भी इस अवधि में 10.74 फीसदी हो गई है, जो कि पहले 10.49 फीसदी थी। वहीं प्राथमिक वस्तुओं के मामले में भी ये आंकड़ा 9.71 फीसदी से बढ़कर 10.88 फीसदी पहुंच गया है। महंगाई के आंकडें जारी होने के बाद शेयर बाजारो में बिकवाली का दवाब दिखा और सेसेंक्स करीब 100 अंक और निफ्टी 30 अंक नीचे आ गए।
पेट्रोल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच फ्यूल ग्रुप की महंगाई दर भी 11.53 के स्तर पर आ गई है, जो कि इससे पहले 11.30 पर थी। थोक मूल्य सूचंकाक में सबसे अधिक भारांक रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र की मंहगाई दर में मामूली गिरावट दर्ज की गई। यह अप्रैल के 5.12 प्रतिशत के मुकाबले 5.02 प्रतिशत रह गई।