इस शहर में चल रहा खनन का बड़ा खेल, रोजाना 800 गाड़ी रेती पार

बल्लभगढ़. जिले में यमुना नदी से रेती खनन का काम धड़ल्ले से जारी है। एक अनुमान के मुताबिक रोजाना करीब 800 गाड़ी रेती का खनन हो रहा है।

यह कार्य जिले के लगभग दो दर्जन से अधिक गांवों में हो रहा है। एक ट्रॉली रेती की कीमत करीब दो हजार रुपए है। इस हिसाब से महीने में अवैध रेती का कारोबार करोड़ों का है। 2010 में यमुना रेत के ठेके नहीं दिए जाने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद से रेती खनन का यह अवैध कारोबार और बढ़ा है।

कहां हो रहा खनन : यमुना नदी से लगते मोहना, छायसां, मुठूका, मंझावली, फज्जूपुरा, कबूलपुर, गुड़ासर, बागपुर, मिर्जापुर, शाहजहांपुर आदि गांवों में रेती का खनन हो रहा है। इसे शहरों तक पहुंचाने के लिए खनन माफिया नहरपार के एरिया व फरीदाबाद-बल्लभगढ़ को जोड़ने के लिए आगरा व गुड़गांव नहर पर बने पुलों का प्रयोग करते हैं।

इनमें मुख्य रूप से खेड़ी पुल, पल्ला पुल, बीपीटीपी पुल, बड़ौली पुल, तिगांव रोड पर बने पुल, चंदावली तथा डीग फतेहपुर पुल इस्तेमाल हो रहे हैं। रेती के इस धंधे में बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली और डंपर लगे हुए हैं। जिले में कुछ सालों में खेती का रकबा घटा है, लेकिन ट्रैक्टरों की संख्या बढ़ी है। ये ट्रैक्टर कृषि कार्य में नहीं बल्कि रेती ढोने के काम में लगे हैं। शहर में रेती से भरे ट्रैक्टर पुलिस की आंखों के सामने से धड़ल्ले से आ-जा रहे हैं लेकिन पुलिस इन्हें रोकती तक नहीं है।

कैसे लगेगा प्रतिबंध : डीसी बलराज सिंह ने माइनिंग डिपार्टमेंट को दो दिन के भीतर अवैध रेती खनन पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन यह काम इतने बड़े स्तर पर हो रहा है कि दो दिन के भीतर इसे रोक पाना शायद प्रशासन के लिए नामुमकिन होगा।

ऐसा नहीं है कि टास्क फोर्स काम नहीं करती है। टास्क फोर्स पूरी तरह सक्रिय है। दो साल में विभाग ने ही अवैध रेती खनन के 103 मामले दर्ज कराए हैं।
-एमपी शर्मा, असिस्टेंट माइनिंग इंजीनियर, माइनिंग डिपार्टमेंट

रेत चोरी के खेल में विभागीय स्तर पर किसी की संलिप्तता पाई गई तो उस पर कार्रवाई होगी। पुलिस ने 2 साल में अवैध खनन के 212 केस दर्ज किए हैं।
-शत्रुजीत सिंह कपूर, पुलिस कमिश्नर
 

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