सरकार की आंख पर बंधी काली पट्टी, भगवान भरोसे हुई शिक्षा!

शिमला. प्रदेश के सरकारी विभागों में करीब 34 हजार पद खाली हैं।
शिक्षा विभाग में सबसे अधिक 8,587 पद रिक्त हैं। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य
विभाग में भी 3222 पद खाली हैं। ये पद कई सालों से नहीं भरे गए हैं। लोनिवि
में डिविजनल अकाउंटटेंट के 3 पद 15 साल से खाली हैं।

बिजली बोर्ड
में इस वक्त 2240 पद रिक्त हैं। तृतीय श्रेणी के 2057, द्वितीय श्रेणी के
18 और प्रथम श्रेणी के 165 पद खाली पड़े हैं। विभाग में लिपिक श्रेणी के
852 तथा लाइनमैन के 330 पद रिक्त पड़े हैं। बोर्ड में चतुर्थ श्रेणी
कर्मियों की खूब भरमार है। स्वीकृत पदों से 424 चतुर्थ श्रेणी कर्मी बोर्ड
में अधिक कार्यरत हैं।

सचिवालय में अलग-अलग श्रेणियों के जीएडी और
एसएडी के करीब 150 पद खाली हैं। लिपिक के करीब 70 पद भरे जाने हैं। जीएडी
में कई कैटेगिरी के 80 पद खाली हैं। शिक्षा मंत्री आईडी धीमान ने कहा कि
खाली पदों को भरने के प्रयास जारी हैं। कई विभागों में खाली पड़े पदों को
स्टेट स्टॉफ सर्विस सलेक्शन बोर्ड के जरिए भरा जा रहा है। मुख्य सचिव
सुदृप्त राय ने कहा कि सभी विभागों में फंक्शनल पद चरणबद्ध तरीके से भरे जा
रहे हैं।

शिक्षकों की सबसे ज्यादा कमी सूबे में कई स्कूलों में
शिक्षकों की बेहद कमी है। विभाग में 8587 पद खाली हैं। सीएडंवी कैटेगिरी के
3393, जेबीटी के 664, टीजीटी (नॉन मेडिकल) 542, टीजीटी (आर्ट्स), 341,
टीजीटी (मैथ्स)255, कॉलेज लेक्चरर 465, हेडमास्टरों के 351 पद खाली पड़े
हैं। विभाग में प्रिंसिपल के 7 और कॉलेज प्रवक्ता के 362 और स्कूल
प्रधानाचार्य के 362 पद खाली हैं।

पुलिस विभाग में 1965 रिक्तियां

पुलिस
डिपार्टमेंट में इस वक्त करीब 1965 पद खाली हैं। कांस्टेबलों के 1408,
हेडकॉन्स्टेबलों के 300, इंस्पेक्टरों के 20, सब इंस्पेक्टरों के 65 और
एएसआई के 92 पद रिक्त हैं।

लोनिवि में जेई की कमी लोनिवि में
जेई के 109 पद खाली चल रहे हैं। ये पोस्टें 5 सालों से खाली हैं। जूनियर
ड्राफ्समैन के 48 और जूनियर क्लर्क की 59 पद भरे जाने बाकी हैं। सभी श्रेणी
के 283 पद खाली पड़े हैं।


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