‘ऐसी बस्ती में कोई कैसे रह सकता है’

भोपाल।
ये गैस प्रभावित बस्ती है। इतनी गंदी बस्ती में लोग कैसे रह रहे हैं। न तो
इन बस्तियों में साफ-सफाई है, न ही पीने के लिए शुद्ध पानी। यहां के हालात
तो बदतर हैं। यह कहना था गैस पीड़ितों के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर
गठित मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष और हाईकोर्ट के न्यायाधीश केके लाहोटी
का। जैसे ही श्री लाहोटी गैस प्रभावित बस्तियों का जायजा लेने पहुंचे, गैस
पीड़ितों ने शिकायतें करनी शुरू कर दी। इधर, बस्तियों की स्थिति देखते हुए
उन्होंने सभी 18 बस्तियों में 30 सितंबर तक सीवेज व्यवस्था और शुद्ध पानी
की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।




श्री लाहोटी ने सबसे पहले वल्लभ भवन स्थित नगर निगम के मास्टर बैलेंसिंग
रिजरवायर पहुंचकर बस्तियों तक पानी पहुंचाने की प्रक्रिया की जानकारी ली।
उसके बाद गैस प्रभावित बस्तियों की वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए
ब्लू मून बस्ती पहुंचे। यहां बस्ती की स्थिति देखकर वे अवाक रह गए। खुली
हुई सीवेज लाइन और इससे सटी पाइपलाइन से लोगों को पानी भरते देखकर उन्होंने
जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई।




उन्होंने कलेक्टर निकुंज श्रीवास्तव, नगर निगम कमिश्नर रजनीश श्रीवास्तव,
गैस राहत आयुक्त मुक्तेश वाष्र्णेय को बुलाकर उसे तुरंत ठीक करवाने के
निर्देश दिए। गैस पीड़ित संगठन की साधना कार्णिक, अब्दुल जब्बार, रचना
ढींगरा, सतीनाथ षडंगी, बालकृष्ण नामदेव, रशीदा बी सहित अन्य कार्यकर्ताओं
ने श्री लाहोटी को गैस प्रभावित बस्तियों की समस्याओं से अवगत कराया।




नहीं हुआ गुणवत्तापूर्ण काम : श्री लाहोटी ने गैस प्रभावित बस्तियों में
हुए कामों की गुणवत्ता पर असंतोष जताते हुए सभी बस्तियों में सीवेज लाइन
दुरुस्त करने, पीने के पानी के लिए नई पाइप लाइन डालने और नई नालियों के
निर्माण जल्दी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने घरों के बाहर लगाए गए नलों
पर भी एतराज जताया। उनका कहना था कि सभी घरों में अंदर नल कनेक्शन दिया
जाए।




साथ ही पीवीसी पाइप की जगह मेटल की पाइप लाइन लगाने के निर्देश दिए। उनका
कहना था कि जो भी नया काम किया जाए, उसके लिए रणनीति जरूर बनानी चाहिए।
ताकि गैस पीड़ितों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने सुबह और शाम
दोनों वक्त पानी देने, सीवेज की स्थिति सुधारने और नई पाइप लाइन बिछाने के
निर्देश दिए। बस्ती का जायजा लेने के बाद श्री लाहोटी सभी अधिकारियों के
साथ वीआईपी गेस्ट हाउस में बैठक लेने चले गए।




इंतजाम के बाद भी कमियां




गैस प्रभावित बस्तियों में श्री लाहोटी द्वारा निरीक्षण किए जाने की सूचना
के बाद जिला प्रशासन और नगर निगम ने व्यापक पैमाने में तैयारियां की थी।
आनन-फानन में सभी बस्तियों के गड्ढे भर दिए गए, चूने की लाइन डाली गई।
नालियों की सफाई की गई। जिन बस्तियों में पिछले तीन या चार दिनों से पानी
की सप्लाई नहीं हुईथी, उनमें फुल प्रेशर से पानी दिया गया। फिर भी श्री
लाहोटी को वहां अव्यवस्था देखने को मिलीं। उड़िया बस्ती के गंगाराम ने श्री
लाहोटी से गुहार लगाते हुए कहा कि साहब रोज आएं तो सभी का भला हो।




..और हो गया शॉर्ट सर्किट




जब श्री लाहोटी नवाब कॉलोनी में गैस पीड़ित संगठनों से बात कर रहे थे, उसी
समय खंभे पर शॉर्ट सर्किट हो गया। यह देखकर उन्होंने अधिकारियों को बिजली
के खंभों ओर उस पर लटक रहे तारों के सही रखरखाव के निर्देश दिए।




शिकायत नहीं, सुझाव दें




जब भोपाल गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन के अध्यक्ष अब्दुल जब्बार ने बस्ती
में आ रही समस्याओं के संबंध में शिकायत की तो उन्होंने कहा कि संगठन के
प्रतिनिधि शिकायत न करें बल्कि सुझाव दें। उन्होंने कहा कि वे केवल पानी और
सीवेज की समस्या के बारे में बात करेंगे, अन्य कोई बात नहीं। उन्होंने
जहरीले कचरे के संबंध में अलग से याचिका दायर करने की बात की।

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