आरबीआई ने कमजोर होते
रुपये के बीच निर्यातकों को एक नया फरमान सुनाया है। आरबीआई ने निर्यातकों
को अपने 50 फीसदी डॉलर तत्काल बेचने को कहा है। बैंक ने इसके लिए
निर्यातकों को केवल 15 दिन का समय दिया है। दिलचस्प है कि आरबीआई का ये
प्रयास रुपये के भावों में आ रही भारी गिरावट को रोकने के लिए किया है।
आरबीआई ने कहा कि निर्यातको को 15 दिन के भीतर विदेशी मुद्रा विनिमय अर्जन
खाते में जमा अपने कुल डॉलर में से 50 प्रतिशत राशि रुपये में बदलनी होगी।
निर्यातकों को इसकी सूचना भी विदेशी मुद्रा विनिमय विभाग के केंद्रीय
कार्यालय के मुख्य महा प्रबंधक को भेजनी होगी।
आरबीआई के अनुसार, भविष्य में होने वाले सभी मुद्रा विनिमय कारोबार में
निर्यातक 50 प्रतिशत डॉलर विदेशी मुद्रा अर्जन खाते में जमा रख सकेंगे। इस
राशि पर कोई ब्याज नहीं देय होगा। शेष राशि रुपये में बदल दी जाएगी।
आरबीआई ने कहा कि विदेशी मुद्रा अर्जन खाते का मकसद निर्यातकों का
परिवर्तनीय और हस्तांतरण शुल्क बचाना है। इस खाते के जरिए निर्यातक डॉलर
नहीं रख सकते क्योंकि देश की मुद्रा पूरी तरह से परिवर्तनीय नहीं है।
आरबीआई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि निर्यातक बाजार से डॉलर उसी स्थिति में
खरीद सकते है जबकि उनके पास विदेशी मुद्रा विनिमय अर्जन खाते में डॉलर
समाप्त हो गए हो।
रुपये के बीच निर्यातकों को एक नया फरमान सुनाया है। आरबीआई ने निर्यातकों
को अपने 50 फीसदी डॉलर तत्काल बेचने को कहा है। बैंक ने इसके लिए
निर्यातकों को केवल 15 दिन का समय दिया है। दिलचस्प है कि आरबीआई का ये
प्रयास रुपये के भावों में आ रही भारी गिरावट को रोकने के लिए किया है।
आरबीआई ने कहा कि निर्यातको को 15 दिन के भीतर विदेशी मुद्रा विनिमय अर्जन
खाते में जमा अपने कुल डॉलर में से 50 प्रतिशत राशि रुपये में बदलनी होगी।
निर्यातकों को इसकी सूचना भी विदेशी मुद्रा विनिमय विभाग के केंद्रीय
कार्यालय के मुख्य महा प्रबंधक को भेजनी होगी।
आरबीआई के अनुसार, भविष्य में होने वाले सभी मुद्रा विनिमय कारोबार में
निर्यातक 50 प्रतिशत डॉलर विदेशी मुद्रा अर्जन खाते में जमा रख सकेंगे। इस
राशि पर कोई ब्याज नहीं देय होगा। शेष राशि रुपये में बदल दी जाएगी।
आरबीआई ने कहा कि विदेशी मुद्रा अर्जन खाते का मकसद निर्यातकों का
परिवर्तनीय और हस्तांतरण शुल्क बचाना है। इस खाते के जरिए निर्यातक डॉलर
नहीं रख सकते क्योंकि देश की मुद्रा पूरी तरह से परिवर्तनीय नहीं है।
आरबीआई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि निर्यातक बाजार से डॉलर उसी स्थिति में
खरीद सकते है जबकि उनके पास विदेशी मुद्रा विनिमय अर्जन खाते में डॉलर
समाप्त हो गए हो।