कोटा.अभिनेता आमिर खान
द्वारा निर्मित शो सत्यमेव जयते में कन्या भ्रूण हत्या के मामलों में
राजस्थान की चिंताजनक स्थिति दिखाए जाने के पर महापौर डॉ. रत्ना जैन ने
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। जिसमें कन्या भ्रूण में लिप्त
डाक्टरों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन का आग्रह किया है। सीएम को पत्र
लिखने की बात रविवार को ही अभिनेता आमिर खान ने की थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय सुपरवाइजरी
बोर्ड की सदस्य होने के नाते महापौर डॉ. जैन ने यह पत्र लिखा। जिसमें
उन्होंने लिखा कि सत्यमेव जयते ने समाज की सबसे बड़ी कुरीति कन्या भ्रूण
हत्या पर प्रहार करते हुए जन सामान्य को इसके खिलाफ आंदोलित करने का प्रयास
किया है। बिहार व उड़ीसा से लाकर अलवर जिले में प्रतिवर्ष 15 हजार
बालिकाओं व महिलाओं को बेचा जा रहा है।
महापौर ने सुझाव दिया कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए यदि स्टिंग
आपरेशन तथा समय-समय पर कन्या भ्रूण हत्या के दर्ज होने वाले मामलों का
त्वरित निस्तारण हो। इसके लिए एक विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की
जाए। कोर्ट की सुनवाई के दौरान गवाहों को सुरक्षा प्रदान की जाए। मानव
तस्करी के खिलाफ कठोर कदम उठाकर पीड़ित महिलाओं का पुनर्वास किया जाए।
द्वारा निर्मित शो सत्यमेव जयते में कन्या भ्रूण हत्या के मामलों में
राजस्थान की चिंताजनक स्थिति दिखाए जाने के पर महापौर डॉ. रत्ना जैन ने
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। जिसमें कन्या भ्रूण में लिप्त
डाक्टरों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन का आग्रह किया है। सीएम को पत्र
लिखने की बात रविवार को ही अभिनेता आमिर खान ने की थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय सुपरवाइजरी
बोर्ड की सदस्य होने के नाते महापौर डॉ. जैन ने यह पत्र लिखा। जिसमें
उन्होंने लिखा कि सत्यमेव जयते ने समाज की सबसे बड़ी कुरीति कन्या भ्रूण
हत्या पर प्रहार करते हुए जन सामान्य को इसके खिलाफ आंदोलित करने का प्रयास
किया है। बिहार व उड़ीसा से लाकर अलवर जिले में प्रतिवर्ष 15 हजार
बालिकाओं व महिलाओं को बेचा जा रहा है।
महापौर ने सुझाव दिया कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए यदि स्टिंग
आपरेशन तथा समय-समय पर कन्या भ्रूण हत्या के दर्ज होने वाले मामलों का
त्वरित निस्तारण हो। इसके लिए एक विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की
जाए। कोर्ट की सुनवाई के दौरान गवाहों को सुरक्षा प्रदान की जाए। मानव
तस्करी के खिलाफ कठोर कदम उठाकर पीड़ित महिलाओं का पुनर्वास किया जाए।