नोएडा।
नोएडा एक्सटेंशन एरिया के तुस्याना व चौगानपुर गांव के बीच चोरी-चोरी
बिल्डरों द्वारा किए जा रहे निर्माण को सैकड़ों किसानों ने बंद करा दिया।
किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण ने अतिरिक्त मुआवजा, वारिसान और 10 फीसदी
विकसित प्लाट नहीं दिया है। बावजूद काम जारी है, जबकि हाईकोर्ट ने भी
मास्टर प्लान अप्रूवल तक काम पर रोक लगा दिया है, लेकिन बिल्डर आदेशों का
मखौल उड़ा रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण नोएडा एक्सटेंशन में करीब 40 बिल्डरों को
जमीन का आवंटन किया गया है। 21 अक्टूबर 2011 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आदेश
जारी कर मास्टर प्लान को अप्रूवल मिलने तक विकास कार्य पर रोक लगा दी। इसके
बाद भी एक्सटेंशन सहित अन्य स्थानों पर बिल्डरों द्वारा निर्माण कार्य
जारी रखे हुए हैं।
किसानों ने कहा कि 15 दिन पहले डीएम और प्राधिकरण के सीईओ को भी ज्ञापन
दिया था। मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जब तक किसानों की मांग पूरी
नहीं होती है, काम नहीं होने देंगे। मंगलवार दोपहर किसान डीएम से मिलेंगे
और ज्ञापन देंगे। वहीं सीईओ रमा रमन को ज्ञापन दिया जाएगा।
नोएडा एक्सटेंशन एरिया के तुस्याना व चौगानपुर गांव के बीच चोरी-चोरी
बिल्डरों द्वारा किए जा रहे निर्माण को सैकड़ों किसानों ने बंद करा दिया।
किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण ने अतिरिक्त मुआवजा, वारिसान और 10 फीसदी
विकसित प्लाट नहीं दिया है। बावजूद काम जारी है, जबकि हाईकोर्ट ने भी
मास्टर प्लान अप्रूवल तक काम पर रोक लगा दिया है, लेकिन बिल्डर आदेशों का
मखौल उड़ा रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण नोएडा एक्सटेंशन में करीब 40 बिल्डरों को
जमीन का आवंटन किया गया है। 21 अक्टूबर 2011 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आदेश
जारी कर मास्टर प्लान को अप्रूवल मिलने तक विकास कार्य पर रोक लगा दी। इसके
बाद भी एक्सटेंशन सहित अन्य स्थानों पर बिल्डरों द्वारा निर्माण कार्य
जारी रखे हुए हैं।
किसानों ने कहा कि 15 दिन पहले डीएम और प्राधिकरण के सीईओ को भी ज्ञापन
दिया था। मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जब तक किसानों की मांग पूरी
नहीं होती है, काम नहीं होने देंगे। मंगलवार दोपहर किसान डीएम से मिलेंगे
और ज्ञापन देंगे। वहीं सीईओ रमा रमन को ज्ञापन दिया जाएगा।