गेहूं के आगाज के साथ ही मंडी में खरीद प्रबंधों व लिफ्टिंग की पोल
खुलने लगी है। जहां खरीद एजेंसियों के पास बारदाना नहीं है, वहीं लेबर की
कमी के कारण लिफ्टिंग की समस्या पैदा होने लगी है। मार्केट कमेटी के अनुसार
रविवार तक 7.50 लाख क्विंटल गेहूं की आवक अबोहर तहसील की कुल 36 मंडियों
में हो चुकी है। मंडियों में रोजाना डेढ़ से दो लाख क्विंटल गेहूं की आवक
होने लगी है। मंडियों में कुल 7.50 लाख क्विंटल में से 4,59,350 क्विंटल
गेहूं अभी तक मंडियों में ही पड़ा है, जिसकी लिफ्टिंग होनी बाकी है।
आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान प्रमिल कलानी ने कहा कि अभी तो मंडी में
गेहूं की आवक शुरू हुई है व मात्र 25 फीसदी से भी कम आवक हुई है कि मंडी
में व्यवस्था बिगड़ने लगी है। कलानी ने बताया कि लेबर की कमी के कारण
लिफ्टिंग की समस्या पैदा होने लगी है, हालांकि एसडीएम सोनाली गिरी ने दो
दिन पहले ठेकेदार को लेबर का प्रबंध करने की चेतावनी दी थी, परंतु चेतावनी
का भी असर नहीं दिख रहा। उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद एजेंसी एफसीआई व
पंजाब एग्रो के पास बारदाना ही नहीं है, जिससे गेहूं प्रबंधों की पोल खुलकर
सामने आ गई है।
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समस्या का हल करे प्रशासन : कलानी
तहसीलदार अवतार सिंह मक्कड़ ने सोमवार को आनाज मंडी का दौरा कर गेहूं
खरीद प्रबंधों का जायजा लिया। लेबर की समस्या के कारण उन्होंने आढ़तियों के
सामने इस बात का प्रस्ताव रखा कि वह अपनी लेबर लगवाकर लिफ्टिंग करवा दिया
करें, जिसकी पेमेंट उन्हें अदा की जाएगी। लेकिन इस प्रस्ताव पर आढ़तियों ने
कहा कि उनकी लेबर अपना काम करेगी या लिफ्टिंग। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान
प्रमिल कलानी ने कहा कि प्रशासन द्वारा लिफ्टिंग का ठेका पुराने ठेकेदार को
दे दिया गया है, जिसके पास लेबर का पूरा प्रबंध नहीं। उन्होंने प्रशासन को
इस समस्या को गंभीरता से लेने की अपील की।