नई दिल्ली. मुफ्त
एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार कानून के तहत गरीब कोटे की निजी स्कूलों में
उपलब्ध 25 फीसदी सीटों पर दाखिले की कमान अब दिल्ली सरकार ने अपने हाथ में
ले ली है।
शिक्षा मंत्री
अरविंदर सिंह लवली ने निजी स्कूलों में गत 31 मार्च तक चली दाखिला
प्रक्रिया के बाद खाली रह गईं आठ हजार सीटों पर शिक्षा निदेशालय के माध्यम
से दाखिला देने की घोषणा कर दी है।
उन्होंने
साफ किया है कि उनकी पूरी कोशिश है कि निजी स्कूलों में गरीब कोटे के तहत
उपलब्ध एक भी सीट खाली न रह जाए। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के भीतर
दाखिला कार्यक्रम जारी हो जाएगा।
बकौल
लवली, शिक्षा निदेशालय को 31 मार्च 2012 तक राजधानी के पब्लिक स्कूलों में
चली दाखिला प्रक्रिया के तहत खाली रह गईं गरीब कोटे की सीटों का
क्षेत्रवार ब्योरा मिल गया है। अभी भी निजी स्कूलों में आठ हजार कोटे की
सीटें खाली हैं, जिन्हें भरने का काम अब शिक्षा निदेशालय अंजाम देगा।
एक सप्ताह में जारी होगी दाखिला प्रक्रिया
गरीब
कोटे के तहत दाखिला पाने के इच्छुक छात्रों के लिए अगले एक सप्ताह के भीतर
आवेदन प्रक्रिया की घोषणा कर दी जाएगी। शिक्षा निदेशालय के आलाधिकारियों
के साथ हुई बैठक में सत्र 2012-13 के लिए अंजाम दी गई दाखिला प्रक्रिया की
समीक्षा करते हुए शिक्षा मंत्री ने गरीब कोटे के दाखिलों को लेकर जब
वस्तुस्थिति जानी, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।