गढ़वा : छत्तीसगढ़ के सीमांत क्षेत्र पर स्थित गढ़वा जिले के भंडरिया
प्रखंड में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नक्सलियों के खिलाफ विशेष आक्टोपस
अभियान से भाकपा-माओवादी नक्सलियों की बेचैनी बढ़ गई है। सूचना है कि पुलिस
भंडरिया थाने के सालो जंगल को चारों ओर से घेर कर सघन अभियान चला रही है।
इस अभियान की बागडोर जिले के पुलिस कप्तान डा. माइकल राज एस व सीआरपीएफ के
कमांडेंट हेमजेम तथा आर के डगर स्वयं संभाल रहे हैं।
विदित हो कि गढ़वा जिले के भंडरिया थाना भाकपा-माओवादी नक्सलियों का सेफ
जोन माना जाता है। जहां पर नक्सलियों ने पिछले दिनों तेरह जवानों को
बारूदी सुरंग विस्फोट कर मौत की निंद सुला दी थी। वहीं सात जवान चेमो सनेया
मुठभेड़ में घायल हुए हैं। इसे ध्यान में रखकर पुलिस द्वारा उग्रवादियों के
खिलाफ विशेष आक्टोपस अभियान चलाया जा रही है। अभियान में गढ़वा तथा
लातेहार जिले के पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में करीब एक हजार
पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। बावजूद जो सूचना मिल रही है उसके अनुसार
भाकपा-माओवादी नक्सली भी भारी संख्या में भंडरिया थाने के चेमो सनेया जंगल
में जमे हुए हैं। सूचना के अनुसार नक्सलियों की संख्या भी चार-पांच सौ के
करीब है। इस परिस्थिति में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नक्सलियों के खिलाफ
विशेष अभियान इन दिनों उफान पर है। हालांकि पुलिस के अभियान व नक्सलियों के
इस इलाके में चहलकदमी से चेमो सनेया सहित आस पास के जंगली इलाके में रह
रहे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। बताया जाता है कि काफी संख्या में
ग्रामीण खुद को असुरक्षित महसूस कर अपना-अपना घर-द्वार छोड़कर पलायन कर गए
हैं।