नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (एजेंसी) प्याज, फल
और प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों के दामों में गिरावट के कारण मार्च के
दौरान सकल मुद्रास्फीति 6.89 प्रतिशत रही।
हालांकि इस दौरान सब्जियों और दलहन की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में 6.95 प्रतिशत थी। पिछले साल मार्च में यह 9.68 प्रतिशत थी।
आज जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति 9.94 प्रतिशत रही। फरवरी में यह 6.07 प्रतिशत थी।
मार्च के दौरान प्याज की कीमतों में 24.23 प्रतिशत की गिरावट आयी। इसमें फरवरी में 48.50 प्रतिशत की कमी आयी थी।
वहीं अंडे, मांस और मछली के दामों में 17.17 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई जो कि फरवरी में 20 प्रतिशत की तेजी के मुकाबले कम है।
मार्च के दौरान दाल की कीमतों में 10.05 प्रतिशत की
और सब्जियों के दामों में 30.57 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। फरवरी के
दौरान सब्जियों के दामों में 1.52 प्रतिशत की तेजी आयी थी।
इस दौरान
दूध 15.29 प्रतिशत महंगा हुआ जबकि चावल और अनाज की कीमतों में क्रमश: 4.73
प्रतिशत और 4.41 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। आलू के दामों में 11.60
प्रतिशत तेजी आयी।
थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी 14.3 प्रतिशत है।
आलोच्य अवधि के दौरान विनिर्मित वस्तुओं के दामों में मामूली कमी दर्ज की गई और यह 5.75 प्रतिशत से कम होकर 4.87 प्रतिशत रह गया।
इस प्रकार मार्च के दौरान मुद्रास्फीति वित्त मंत्रालय के अनुमान 6.5 प्रतिशत से अधिक रहा।
और प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों के दामों में गिरावट के कारण मार्च के
दौरान सकल मुद्रास्फीति 6.89 प्रतिशत रही।
हालांकि इस दौरान सब्जियों और दलहन की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में 6.95 प्रतिशत थी। पिछले साल मार्च में यह 9.68 प्रतिशत थी।
आज जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति 9.94 प्रतिशत रही। फरवरी में यह 6.07 प्रतिशत थी।
मार्च के दौरान प्याज की कीमतों में 24.23 प्रतिशत की गिरावट आयी। इसमें फरवरी में 48.50 प्रतिशत की कमी आयी थी।
वहीं अंडे, मांस और मछली के दामों में 17.17 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई जो कि फरवरी में 20 प्रतिशत की तेजी के मुकाबले कम है।
मार्च के दौरान दाल की कीमतों में 10.05 प्रतिशत की
और सब्जियों के दामों में 30.57 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। फरवरी के
दौरान सब्जियों के दामों में 1.52 प्रतिशत की तेजी आयी थी।
इस दौरान
दूध 15.29 प्रतिशत महंगा हुआ जबकि चावल और अनाज की कीमतों में क्रमश: 4.73
प्रतिशत और 4.41 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। आलू के दामों में 11.60
प्रतिशत तेजी आयी।
थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी 14.3 प्रतिशत है।
आलोच्य अवधि के दौरान विनिर्मित वस्तुओं के दामों में मामूली कमी दर्ज की गई और यह 5.75 प्रतिशत से कम होकर 4.87 प्रतिशत रह गया।
इस प्रकार मार्च के दौरान मुद्रास्फीति वित्त मंत्रालय के अनुमान 6.5 प्रतिशत से अधिक रहा।