नई दिल्ली.
उत्तरप्रदेश में मायावती के शासन के दौरान 2010 में अनुसूचित जातियों पर
सबसे ज्यादा अत्याचार हुआ। अनुसूचित जनजातियों पर अत्याचार के मामलों में
मध्यप्रदेश सबसे आगे रहा।
गृह मंत्रालय की 2011-12 की सालाना जारी रिपोर्ट के अनुसार 2010 में
अनुसूचित जातियों पर अत्याचार के मामलों में 2009 के मुकाबले 2.6 प्रतिशत
की कमी आई है। देशभर में 32,712 मामले दर्ज हुए। इनमें से 19.2 प्रतिशत
(6,272) मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए।
इनमें 570 हत्या, 1,349 दुष्कर्म, 511 अपहरण, 117 डकैती एवं लूट तथा 150
आगजनी के मामले शामिल हैं। अनुसूचित जनजातियों पर अत्याचार के 5,885 मामले
देशभर में दर्ज हुए। यह 2009 के 5,425 मामलों से करीब 8.5 प्रतिशत ज्यादा
है। इनमें सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में 23.4 प्रतिशत (1,384) और उसके बाद
राजस्थान में 22.4 प्रतिशत (1,319) मामले दर्ज किए गए।