मुजफ्फरपुरः मध्याह्न् भोजन योजना को राज्य सरकार ने हाइटेक कर दिया है.
अब प्रधानाध्यापकों व प्रभारी प्रधानाध्यापकों, प्राथमिक विद्यालय, मध्य
विद्यालय, मदरसा, मकतब, संस्कृत विद्यालय, सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत
संचालित सभी शिक्षा केंद्रों में मध्याह्न् भोजन की समीक्षा नये सिरे से
प्रतिदिन होगी.
विद्यालयों के प्रभारी को प्रति दिन मध्याह्न् भोजन से संबंधित जानकारी
मोबाइल फोन से मध्याह्न् योजना पटना को देनी है. साथ ही एसएमएस भी करेंगे.
जानकारी नहीं देने वाले प्रभारी पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. मध्याह्न्
भोजन योजना से संबंधित आंकड़ा प्रतिदिन प्राप्त करने के लिए आइवीआरएस को
लागू करने का निर्णय लिया गया है. इस प्रणाली को ‘दोपहर’ नाम दिया गया है.
पहला मौका है जब किसी योजना से संबंधित आंकड़ों को एकत्रित करने के लिये
यह व्यवस्था लागू की जा रही है. इस प्रणाली में प्रतिदिन प्रधानाध्यापकों
को उनके मोबइल पर मध्याह्न् भोजन सत्र के बाद मध्याह्न् भोजन योजना विभाग
से कॉल आयेगा. फोन पर प्रधानाध्यापकों से तीन सवाल किये जायेंगे. सवाल
होंगे, विद्यालय में कितने छात्र- छात्रएं थीं. कितने छात्र छात्रओं ने
मध्याह्न् भोजन योजना का खाना खाया. अगले सप्ताह के लिए कितनी राशि व भोजन
सामग्री बची है.
मीनू के अनुसार मध्याह्न् भोजन बनी थी या नहीं. प्रतिदिन सवाल पर्वितन
कर दिये जायेंगे. इस योजना को लागू किये जाने से पूर्व मध्याह्न् भोजन
योजना विभाग की ओर से अप्रैल में एक शिविर भी लगाया जायेगा. सभी
प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
-कुमार दीपू