नयी दिल्ली, 15 मार्च (एजेंसी) लोकसभा में आशा कार्यकर्ताओं की आर्थिक
बदहाली का मामला उठा और सरकार से उन्हें प्रतिमाह कम से कम तीन हजार रूपये
मानदेय दिये जाने की मांग की गई।
जनता दल यूनाइटेड के जगदीश शर्मा ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते
हुए कहा कि देश में लाखों आशा कार्यकर्ता बहाल हैं जो केन््रद सरकार के
विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में योगदान देती हैं। इनमें ज्यादातर
दलित, पिछड़े और गरीब परिवारों से आने वाली महिलायें हैं, लेकिन मानदेय के
रूप में उन्हें एक पैसा भी नहीं मिलता।
उन्होंने केन््रद सरकार से इस
मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने व आशा कार्यकर्ताओं को कम से कम तीन हजार
रूपये मानदेय देने की मांग की ताकि वे अपना जीवन गुजार सकें।
राजद के
रघुवंश प्रसाद सिंह सहित अनेक सदस्यों ने उनकी बातों का समर्थन किया। सिंह
ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाली इन
कार्यकर्ताओं की संख्या करीब आठ लाख है और उन्हें मानदेय देने के बारे में
सर्वसम्मति से निर्णय हुआ था इसके बावजूद उन्हें मानदेय नहीं दिया जा रहा
है।
भाजपा के अर्जुन चरण मेघवाल ने फोन पर लाटरी के नाम पर की जा रही ठगी का मामला उठाया और सराकर से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की।
कांग्रेस के एल राजगोपाल ने धान और कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्यों में बढोत्तरी किये जाने की मांग की।
भाजपा
के सुरश आंगड़ी ने नाइजीरिया में काम कर रहे भारतीय मजदूरों की दुर्दशा का
मामला उठाते हुए कहा कि उन्हें 13 महीने से वेतन नहीं मिला है और सरकार को
इस दिशा में ध्यान देना चाहिए।
राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि
बिहार में अनेक जातियों के महासंघ उन्हें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति
में शामिल करने की मांग कर रहे हैं जिस पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि नुनिया, मल्लाह, विंद, बिलदार, तुरहा, अमात और कहार समेत
कुछ जातियों को अनुसूचित जनजाति में और इसी तरह कुछ जातियां अति पिछड़ी से
अनुसूचित जातियों में शामिल करने की मांग कर रहीं हैं।
एआईएफबी के
नरहरि महतो ने पश्चिम बंगाल में पुरुलिया से कोटसिला के बीच 34 किलोमीटर
लंबे रेलमार्ग को सिंगल से डबल लाइन में बदलने की मांग की।
शिवसेना के सुभाष वानखेड़े ने मुंबई से नांदेड़ जाने वाली तपोवन एक्सप्रेस को आदिलाबाद तक बढ़ाने की मांग की।
कांग्रेस के ब्रदीराम जाखड़ ने किसानों को मनरेगा योजना से जोड़ने की मांग उठाई।
बदहाली का मामला उठा और सरकार से उन्हें प्रतिमाह कम से कम तीन हजार रूपये
मानदेय दिये जाने की मांग की गई।
जनता दल यूनाइटेड के जगदीश शर्मा ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते
हुए कहा कि देश में लाखों आशा कार्यकर्ता बहाल हैं जो केन््रद सरकार के
विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में योगदान देती हैं। इनमें ज्यादातर
दलित, पिछड़े और गरीब परिवारों से आने वाली महिलायें हैं, लेकिन मानदेय के
रूप में उन्हें एक पैसा भी नहीं मिलता।
उन्होंने केन््रद सरकार से इस
मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने व आशा कार्यकर्ताओं को कम से कम तीन हजार
रूपये मानदेय देने की मांग की ताकि वे अपना जीवन गुजार सकें।
राजद के
रघुवंश प्रसाद सिंह सहित अनेक सदस्यों ने उनकी बातों का समर्थन किया। सिंह
ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाली इन
कार्यकर्ताओं की संख्या करीब आठ लाख है और उन्हें मानदेय देने के बारे में
सर्वसम्मति से निर्णय हुआ था इसके बावजूद उन्हें मानदेय नहीं दिया जा रहा
है।
भाजपा के अर्जुन चरण मेघवाल ने फोन पर लाटरी के नाम पर की जा रही ठगी का मामला उठाया और सराकर से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की।
कांग्रेस के एल राजगोपाल ने धान और कपास के न्यूनतम समर्थन मूल्यों में बढोत्तरी किये जाने की मांग की।
भाजपा
के सुरश आंगड़ी ने नाइजीरिया में काम कर रहे भारतीय मजदूरों की दुर्दशा का
मामला उठाते हुए कहा कि उन्हें 13 महीने से वेतन नहीं मिला है और सरकार को
इस दिशा में ध्यान देना चाहिए।
राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि
बिहार में अनेक जातियों के महासंघ उन्हें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति
में शामिल करने की मांग कर रहे हैं जिस पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि नुनिया, मल्लाह, विंद, बिलदार, तुरहा, अमात और कहार समेत
कुछ जातियों को अनुसूचित जनजाति में और इसी तरह कुछ जातियां अति पिछड़ी से
अनुसूचित जातियों में शामिल करने की मांग कर रहीं हैं।
एआईएफबी के
नरहरि महतो ने पश्चिम बंगाल में पुरुलिया से कोटसिला के बीच 34 किलोमीटर
लंबे रेलमार्ग को सिंगल से डबल लाइन में बदलने की मांग की।
शिवसेना के सुभाष वानखेड़े ने मुंबई से नांदेड़ जाने वाली तपोवन एक्सप्रेस को आदिलाबाद तक बढ़ाने की मांग की।
कांग्रेस के ब्रदीराम जाखड़ ने किसानों को मनरेगा योजना से जोड़ने की मांग उठाई।