गाजियाबाद।
गाजियाबाद की एक विशेष सीबीआई अदालत ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू
सिंह कुशवाहा और बसपा के पूर्व विधायक रामप्रताप जायसवाल को राज्य में हुए
करोड़ों रुपए के एनआरएचएम घोटाला मामले में मंगलवार को 14 दिन की न्यायिक
हिरासत में भेज दिया।
दोनों ही राजनीतिज्ञों को गत तीन मार्च को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें
सीबीआई के साथ 10 दिन की हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद सीबीआई अदालत में
पेश किया गया। जांच एजेंसी ने दोनों की हिरासत को चार दिन बढ़ाने का अनुरोध
किया।
हालांकि सीबीआई अदालत ने याचिका ठुकरा दी और दोनों को 14 दिन की न्यायिक
हिरासत में भेज दिया। अदालत ने इसके साथ ही एक अन्य आरोपी सौरभ जैन की
हिरासत के लिए सीबीआई की याचिका नामंजूर कर दी।
सौरभ जैन को भी पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद अदालत में पेश किया गया
था। कुशवाहा और जायसवाल को बाद में डासना जिला जेल ले जाया गया। डासना जिला
जेल अधीक्षक विरोश राज शर्मा ने कहा कि कुशवाहा और जायसवाल को उच्च
सुरक्षा वाले बैरक नम्बर सात (ए) में रखा जाएगा, जहां एनआरएचएम घोटाले के
अन्य आरोपियों को रखा गया है।
गाजियाबाद की एक विशेष सीबीआई अदालत ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बाबू
सिंह कुशवाहा और बसपा के पूर्व विधायक रामप्रताप जायसवाल को राज्य में हुए
करोड़ों रुपए के एनआरएचएम घोटाला मामले में मंगलवार को 14 दिन की न्यायिक
हिरासत में भेज दिया।
दोनों ही राजनीतिज्ञों को गत तीन मार्च को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें
सीबीआई के साथ 10 दिन की हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद सीबीआई अदालत में
पेश किया गया। जांच एजेंसी ने दोनों की हिरासत को चार दिन बढ़ाने का अनुरोध
किया।
हालांकि सीबीआई अदालत ने याचिका ठुकरा दी और दोनों को 14 दिन की न्यायिक
हिरासत में भेज दिया। अदालत ने इसके साथ ही एक अन्य आरोपी सौरभ जैन की
हिरासत के लिए सीबीआई की याचिका नामंजूर कर दी।
सौरभ जैन को भी पुलिस हिरासत समाप्त होने के बाद अदालत में पेश किया गया
था। कुशवाहा और जायसवाल को बाद में डासना जिला जेल ले जाया गया। डासना जिला
जेल अधीक्षक विरोश राज शर्मा ने कहा कि कुशवाहा और जायसवाल को उच्च
सुरक्षा वाले बैरक नम्बर सात (ए) में रखा जाएगा, जहां एनआरएचएम घोटाले के
अन्य आरोपियों को रखा गया है।