रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के टेकनार गांव में विषाक्त भोजन
खाने से 70 से ज्यादा गरीब लोगों की तबीयत बिगड़ गई, जिस वजह से उन्हे
अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बीमार हुए लोगों में 32 महिलाएं और बच्चे
शामिल हैं। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने मंगलवार को मरीजों की हालत स्थिर बताई।
जानकारी के अनुसार सोमवार को प्रदेश के दंतेवाड़ा जिले के गांव टेकनार
में महाशिवरात्रि पर्व पर शिव मंदिर में भोजन खाने के बाद लोगों ने
उल्टियां की शिकायत की। इसके बाद बड़ी तादाद में लोगों को दंतेवाड़ा के
सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ज्यादातर मरीज जनजातीय क्षेत्रों के
निवासी है।
मरीजों का इलाज कर रहे जिला अस्पताल के चिकित्सक आनंद गोता ने
पत्रकारों को बताया, ”बीती रात से लगभग 100 लोगों को अस्पताल में भर्ती
कराया गया है, सभी लोग विषाक्त भोजन की वजह से बीमार हुए है। कुछ को
मंगलवार सुबह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन अब भी 70 लोगों का इलाज चल
रहा है। अस्पताल में भर्ती अधिकतर मरीज जनजातीय क्षेत्रों के हैं।”
उन्होंने बताया कि अब मरीजों की हालात स्थिर है, लेकिन उन्हे कुछ दिनों तक गहन देखभाल की जरूरत है।
दंतेवाड़ा जिला प्रशासन ने टेकनार के निवासियों से अपील की है कि वह घर
का पारम्परिक इलाज करने की बजाय नजदीकी जिला अस्पताल में भर्ती हों।
खबरे हैं कि काफी सारे लोग ऐसे है, जो सोमवार को मंदिर परिसर में भोजन करने के बावजूद अस्पताल में इलाज के लिए नहीं पहुंचे है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के टेकनार गांव में विषाक्त भोजन
खाने से 70 से ज्यादा गरीब लोगों की तबीयत बिगड़ गई, जिस वजह से उन्हे
अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बीमार हुए लोगों में 32 महिलाएं और बच्चे
शामिल हैं। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने मंगलवार को मरीजों की हालत स्थिर बताई।
जानकारी के अनुसार सोमवार को प्रदेश के दंतेवाड़ा जिले के गांव टेकनार
में महाशिवरात्रि पर्व पर शिव मंदिर में भोजन खाने के बाद लोगों ने
उल्टियां की शिकायत की। इसके बाद बड़ी तादाद में लोगों को दंतेवाड़ा के
सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ज्यादातर मरीज जनजातीय क्षेत्रों के
निवासी है।
मरीजों का इलाज कर रहे जिला अस्पताल के चिकित्सक आनंद गोता ने
पत्रकारों को बताया, ”बीती रात से लगभग 100 लोगों को अस्पताल में भर्ती
कराया गया है, सभी लोग विषाक्त भोजन की वजह से बीमार हुए है। कुछ को
मंगलवार सुबह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन अब भी 70 लोगों का इलाज चल
रहा है। अस्पताल में भर्ती अधिकतर मरीज जनजातीय क्षेत्रों के हैं।”
उन्होंने बताया कि अब मरीजों की हालात स्थिर है, लेकिन उन्हे कुछ दिनों तक गहन देखभाल की जरूरत है।
दंतेवाड़ा जिला प्रशासन ने टेकनार के निवासियों से अपील की है कि वह घर
का पारम्परिक इलाज करने की बजाय नजदीकी जिला अस्पताल में भर्ती हों।
खबरे हैं कि काफी सारे लोग ऐसे है, जो सोमवार को मंदिर परिसर में भोजन करने के बावजूद अस्पताल में इलाज के लिए नहीं पहुंचे है।