चकराता, निज प्रतिनिधि: प्रशासन की निष्क्रिय कार्यशैली के चलते अवैध
खनन जोरों पर है। यहां अवैध खनन की सीधे घरों व ठेकेदारों को सीधे होम
डिलीवरी की जा रही है। कई निर्माण कार्य अवैध खनन के बूते ही कराए जा रहे
हैं। मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी ने शीघ्र ही इस संबंध में
कार्रवाई करने को कहा है।
खनन पर प्रतिबंध के बावजूद उपखनिज रेत, बजरी व पत्थर कहां से आ रहा है,
इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। इस धंधे में लगे लोगों के हौसले इतने बुलंद
हैं कि दिनदहाड़े पत्थर, रेत व बजरी छोटे वाहनों से ढो रहे हैं। स्थानीय
निवासी राजेंद्र, आलम सिंह, जितेंद्र और शेर सिंह का कहना है कि अवैध खनन
से जुड़े लोग मार्गो के किनारे के पत्थर निकल रहे हैं। इससे बरसात के दिनों
में भूस्खलन का खतरा बढ़ने की आशंका है। चकराता-मसूरी, चकराता-कालसी,
चकराता-लाखामंडल सहित कई मोटर मार्गो के किनारे से अवैध खनन किया जा रहा
है। सड़क किनारे अवैध खनन का ढेर देखकर भी मार्गो से गुजरने वाले अधिकारी
मुंह फेर कर निकल रहे हैं। उधर, जिलाधिकारी ने कहा कि मामला गंभीर है।
उन्होंने कहा जल्द ही इस संबंध में सख्त कार्रवाई करने को कहा है।