पिपरासी (प.च.), संवाद सूत्र : पिपरासी प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी
आवासीय बालिका विद्यालय घोड़हवा में आधी अधूरी चहारदीवारी एवं गेट से बच्चों
की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है। बालिका आवासीय विद्यालय की चहारदीवारी
दोनो तरफ से टूटी हुई है। सामने लोहे के गेट के स्थान पर बांस की चचरी लगी
है। वार्डन प्रियंका बताती हैं कि राशि के अभाव में दोनों महत्वपूर्ण कार्य
नहीं हो सके हैं। राशि की मांग की गई है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सियाराम
ंिसंह ने बताया कि यह आवासीय विद्यालय केन्द्र सरकार द्वारा संचालित होता
है। राज्य सरकार द्वारा कोई राशि नहीं दी जा सकती है और इसका प्राक्कलन एवं
नक्शा पूरे देश का एक ही होता है जिसमें चहारदीवारी एवं गेट शामिल नहीं
रहता है। इसके लिए कोई जन प्रतिनिधि या प्रखंड स्तर या पंचायत स्तर से ही
व्यवस्था की जा सकती है। वहीं प्रहरी के रहने के वास्ते भवन भी नहीं है। अब
देखना है कि इस दियारावर्ती प्रखंड के इस विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था के
लिए विभाग द्वारा क्या किया जा रहा है।
आवासीय बालिका विद्यालय घोड़हवा में आधी अधूरी चहारदीवारी एवं गेट से बच्चों
की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है। बालिका आवासीय विद्यालय की चहारदीवारी
दोनो तरफ से टूटी हुई है। सामने लोहे के गेट के स्थान पर बांस की चचरी लगी
है। वार्डन प्रियंका बताती हैं कि राशि के अभाव में दोनों महत्वपूर्ण कार्य
नहीं हो सके हैं। राशि की मांग की गई है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सियाराम
ंिसंह ने बताया कि यह आवासीय विद्यालय केन्द्र सरकार द्वारा संचालित होता
है। राज्य सरकार द्वारा कोई राशि नहीं दी जा सकती है और इसका प्राक्कलन एवं
नक्शा पूरे देश का एक ही होता है जिसमें चहारदीवारी एवं गेट शामिल नहीं
रहता है। इसके लिए कोई जन प्रतिनिधि या प्रखंड स्तर या पंचायत स्तर से ही
व्यवस्था की जा सकती है। वहीं प्रहरी के रहने के वास्ते भवन भी नहीं है। अब
देखना है कि इस दियारावर्ती प्रखंड के इस विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था के
लिए विभाग द्वारा क्या किया जा रहा है।