जयपुर।
राजस्थान लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों की नियुक्ति पर संबंधित स्कूल
में पूर्व से सेवारत विद्यार्थी मित्र को सेवा से हटाया नहीं जा सकेगा। इन
विद्यार्थी मित्रों को जिले में कहीं भी समतुल्य पद रिक्त होने की स्थिति
में लगाया जा सकेगा। स्थिति देखते हुए विद्यार्थी मित्र का प्रारंभिक से
माध्यमिक और माध्यमिक से प्रारंभिक में सैटअप परिवर्तन भी किया जा सकेगा।
राज्य
में पिछले कुछ समय से आयोग के माध्यम से हो रही शिक्षकों की नियुक्तियों
के बाद बड़ी संख्या में विद्यार्थी मित्रों को या तो संबंधित स्कूल से हटा
दिया गया है अथवा ये विद्यार्थी मित्र नियुक्तियों के लिए भटक रहे हैं।
प्रदेश में शिक्षकों की जरूरत देखते हुए शिक्षा विभाग ने विद्यार्थी
मित्रों को हटाने को गलत माना है।
विभाग ने प्रारंभिक, माध्यमिक
और संस्कृत शिक्षा निदेशालय को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि
जिस स्कूल से विद्यार्थी मित्र हटेगा उस स्कूल के संस्था प्रधान की ओर से
उसके हटने का कारण, उसके कार्य करने का प्रमाण-पत्र देना होगा। निदेशालय को
9.3.11 के निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने को कहा गया है।
अब क्या?
पिछले
कुछ समय से हो रही नियुक्तियों के बाद हटाए गए विद्यार्थी मित्रों को फिर
से रिक्त पदों पर लगाया जाएगा। विभाग को उद्देश्य शिक्षकों की कमी को पूरा
करते हुए शिक्षण व्यवस्था सुचारू रखना है। ऐसे विद्यार्थी मित्र को जरूरत
के हिसाब से जिले में कहीं भी लगाया जा सकता है।