ऊंची वृद्धि दर के लिए बढ़ानी होगी ऊर्जा खपत: मनमोहन

नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (एजेंसी) प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि 12वीं योजना अवधि :2012-17: के दौरान नौ प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत को अपनी उर्च्च्जा खपत तेजी से बढानी होगी।
वे यहां राष्ट्रीय उर्च्च्जा संरक्षण दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, े हमने 12वीं योजना के दौरान सकल घरेलू उत्पादन में नौ प्रतिशत सालाना वृद्धि का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। आर्थिक वृद्धि की यह उच्च्ंची दर हासिल करने के लिए जरूरी है कि हमारी उर्च्च्जा खपत भी तेजी से बढ़े।
सरकार ने अगले पांच साल में जीडीपी वृद्धि दर नौ प्रतिशत सालाना करने का लक्ष्य रखा है, हालांकि देश की अर्थव्यवस्था कठिन दौर से गुजर रही है।
केंद्र ने मौजूदा 2011-12 वित्त वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि दर अनुमान को हाल ही में घटाकर 7.5 प्रतिशत :लगभग: किया जो पहले नौ प्रतिशत था।
सिंह ने कहा कि चूंकि देश अपनी उर्च्च्जा आवश्यकताओं के एक बड़े हिस्से की पूर्ति आयात के जरिए करता है इसलिए उर्च्च्जा दक्षता बढाने के प्रयासों को े दोगुना े करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा,  चूंकि हम बहुत कुछ पारंपरिक इ’धन पर निर्भर करते हैं, हमारी ताप बिजली उत्पादन योजना की उर्च्च्जा दक्षता में किसी भी तरह का सुधार से हमें जीडीपी के उर्च्च्जा घनत्व को कम करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को उर्च्च्जा आधिक्य घटाने के लिए बिजली उत्पादन के लिए सुपर-क्रिटिकल तथा अल्ट्रा सुपर किÑटिकल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को बढावा देना चाहिए।
राष्ट्रीय सोलर मिशन के तहत 2020 तक 20,000 मेगावाट उर्च्च्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।सिंह ने कहा, े राष्ट्रीय मिशन के सफल कार्यान्वयन से ईंधन की बचत लगभग 2.3 करोड़ टन तेल :कोयला, गैस व पेट्रोलियम उत्पादों के बराबर: रहेगी।

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