अलखधाम नगर निवासी नरेंद्र पिता बाबूलाल देशमुख (45) नगर निगम में 31 साल से चपरासी है, लेकिन वे यहां स्टोर प्रभारी का कार्य करते हैं। लोकायुक्त को करीब दो माह पूर्व देशमुख के पास अनुपातहीन संपत्ति होने की शिकायत हुई थी।
इस पर बुधवार सुबह करीब 6 बजे लोकायुक्त डीएसपी ओपी सागोरिया ने टीम के साथ देशमुख के घर छापा मार दिया। घर से 1.40 लाख रुपए नकद, 1.25 लाख रुपए के जेवरात जब्त हुए हैं। लोकायुक्त को अब तक तलाशी में करीब 5 करोड़ रुपए की चल अचल संपत्ति का रिकार्ड मिला है। लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार यहां से बरामद बैंक खाते, लॉकरों की जांच व संपत्ति मूल्यांकन के बाद आंकड़ा दस करोड़ तक पहुंच सकता है।
यह है संपत्ति का लेखा-जोखा
– मुंबई महानगर पालिका में कार्यरत भाई प्रहलाद के साथ होटल व फैक्टरी में भागीदारी।
– अलखधाम नगर में करीब 50 लाख रुपए का मकान।
– तीन लग्जरी फोर व्हीलर व चार दोपहिया वाहन।
– घर में तीन एसी, एलसीडी, कम्प्यूटर, लैपटॉप व 4 महंगे मोबाइल।
– केडी पैलेस पर 18 बीघा जमीन, जिसमें पांच बीघा का फार्म हाऊस व पोल्ट्री फार्म।
– इंदिरानगर व गोवर्धनधाम नगर में पत्नी ज्योति के नाम दो आलीशान मकान।
– महाराष्ट्र के जलगांव में हाई-वे पर दो बहनों के साथ पार्ट नरी में पांच एकड़ जमीन।
– गुड़गांव में होटल (पुष्टि के लिए दल दर्शाए पते पर जाएगा)
– बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई, इंदौर बैंक में खाते, एफडीआर व लॉकरों का रिकार्ड
निगम के प्यून देशमुख स्टोर प्रभारी का कार्य करते हैं। तलाशी में उनके पास करोड़ों रुपए की संपत्ति का रिकार्ड मिला है, इसमें मुंबई में होटल व फैक्ट्री, गुड़गांव में होटल होने की प्रमाण भी जब्त किए हैं।
– अरुण मिश्रा, एसपी लोकायुक्त
31 साल की नौकरी में कुल वेतन 15 लाख, संपत्ति 5 करोड़
देशमुख 1980 में नगर निगम में चपरासी के पद पर भर्ती हुआ था। 31 साल की नौकरी में उसे अब तक कुल वेतन करीब 15 लाख रुपए मिले हैं। लोकायुक्त के अनुसार घर खर्च काटने के बाद 9 लाख रुपए की संपत्ति हो सकती थी, लेकिन पांच करोड़ की संपत्ति मिली है।