लखनऊ।
उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार के कद्दावर मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर
पद के दुरूपयोग व संपत्ति जुटाने का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त से शिकायत की
गई है। लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा ने कहा है कि नसीमुद्दीन
सिद्दीकी के संबंध में उन्हें दो शिकायतें मिली हैं। पहले इसरार उल्ला
सिद्दीकी ने शिकायत की थी पर औपचारिकताएं पूर्ण न होने के कारण शिकायत को
पंजीकृत कर अभी जांच नहीं शुरू हुई है। दूसरी शिकायत आशीष सागर की ओर मिली
है।
सिद्दिकी के खिलाफ की गई शिकायतों में उनके ऊपर परिजनों व रिश्तेदारों
को पहाड़ व बालू के पट्टे करवाने के अलावा बांदा के गांव स्योढ़ा में आलीशान
मकान, शहर में दो कोठी के अलावा लखनऊ, बाराबंकी व गाजियाबाद में अकूत
संपत्ति खड़ी करने का आरोप है।
शिकायतकर्ता ने अपने शिकायत के पक्ष में तमाम अभिलेख लगाए हैं। बांदा के
आशीष सागर की ओर से लोकायुक्त को भेजी गई शिकायत में परिवारीजनों एवं
रिश्तेदारों के नाम पहाड़ व बालू के पट्टे कराए जाने के के साथ-साथ बड़े भाई
के दामाद कानाम नजूल भूमि में अवैध कब्जा धारक के रूप में नाम दर्ज होने की
भी बात कही गई है।
रोशन कांस्ट्रक्शन कंपनी का संचालन कराकर इन्हें लोक निर्माण विभाग के
बड़े ठेके प्रत्यक्ष व परोक्ष नामों से दिए जा रहे हैं। मुक्ति धाम श्मशान व
कब्रिस्तान विकास समिति में मंत्री के ही करीबी लोग हैं। गौरतलब है कि
लोकायुक्त की शिकायत पर अब तक सरकार के पांच मंत्रियों की कुर्सी जा चुकी
है और दो दर्जन के खिलाफ शिकायतें लंबित है।