80 साल बाद एक बार फिर बतानी होगी अपनी जाति, धर्म और व्यवसाय

भोपाल।
आप, जनगणना कर्मचारियों को अपनी जाति बताने के लिए तैयार हो जाए। क्योंकि 9
जनवरी 2012 से भोपाल में भी सामाजिक-आर्थिक जनगणना का काम शुरू हो रहा है।
सरकारी कर्मचारी बाकायदा टेबलेट (छोटा कम्प्यूटर) लेकर आएंगे और आपसे आपकी
जाति, आपका धर्म पूछेंगे। इसके अलावा आपसे ये भी पूछा जाएगा कि क्या आपके
घर में टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन भी हैं? इसके अलावा आपसे आपके व्यवसाय और
शिक्षा की भी जानकारी ली जाएगी।




ग्रामीण विकास विभाग के पास पूछे जाने वाले सवालों का पूरा खाका पहुंच गया
है। इसमें आपकी आय, आय के साधन, संपत्ति का ब्यौरा पूछा जाना भी शामिल है।
इस बारे में सरकार का तर्क है कि इससे परिवारों को उनकी सामाजिक आर्थिक
स्थिति के आधार पर रैंक दी जा सकेगी। यही रैंक बीपीएल व एपीएल की पहचान
करेगी। इससे सरकार के पास जातियों का ऐसा रिकॉर्ड उपलब्ध हो जाएगा, जिससे
उस जाति की पूरी आर्थिक व सामाजिक स्थिति पता चल सकेगी। साथ ही विभिन्न
सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों की पहचान में भी सरकार को मुश्किल नहीं
होगी।




80 साल बाद जाति आधारित जनगणना




इससे पहले 1931 में अंग्रेजों के शासन काल में हुई जनगणना में जाति पूछी गई
थी, इसके बाद जनगणना में जाति का कॉलम हटा दिया गया था। पिछले दिनों संसद
ने फिर जाति आधारित जनगणना को मंजूरी दी है।




दो हजार टेबलेट आए




जनगणना के लिए दो हजार टेबलेट भोपाल पहुंच चुके हैं। अभी डेढ़ हजार टेबलेट
आने बाकी हैं। एक प्रगणक के साथ एक ऑपरेटर होगा, जो जानकारी अपलोड करेगा।
हालांकि, अभी ये तय नहीं है कि भोपाल में जनगणना के दौरान कितने प्रगणकों
की ड्यूटी लगाई जानी है।




28 से शुरू होगी ट्रेनिंग




ग्रामीण विकास विभाग के मुताबिक प्रथम चरण की जनगणना के लिए 28 नवंबर से ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। ये राज्यस्तरीय ट्रेनिंग होगी।




जनगणना तीन चरणों में




पहला चरण : आगामी 20 दिसंबर से 28 जनवरी तक


ग्वालियर, चंबल, इंदौर संभाग




दूसरा चरण : 9 जनवरी से 17 फरवरी तक


सागर, भोपाल, उज्जैन, होशंगाबाद




तीसरा चरण : 23 जनवरी से 2 मार्च तक


जबलपुर, रीवा और शहडोल

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