बठिंडा.
डेंगू नू छड्डो, तुसीं कबड्डी दा नजारा लुट्टो, डेंगू तां डीसी, एसएसपी लभ
लैणगे। दीवाली आ गई ए, पटाखे चलणगे तां डेंगू आपे भज जाऊ! यह कहना था
डिप्टी सीएम सुखबीर बादल का। सुखबीर बुधवार को यहां मीडिया से रूबरू थे।
बठिंडा के खेल स्टेडियम में एक नवंबर को होने जा रहे विश्व कबड्डी कप के
उद्घाटन समारोह की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे सुखबीर से मीडिया ने शहर
में नियंत्रण से बाहर होते जा रहे डेंगू के निदान से संबंधित सवाल पूछे
थे। मीडिया ने सुखबीर को बताया था कि शहर में एक हजार से ज्यादा डेंगू
प्रभावित लोग अस्पतालों में हैं, 6 लोगों की मौत हो चुकी है।
इन सवालों को डिप्टी सीएम ने मजाक में टाल दिया। पत्रकारों ने पूछा कि
विश्व कप कबड्डी में 14 देशों की टीमें भाग ले रही हैं, अगर उन्हें डेंगू
हो गया तो इसके क्या इंतजाम है। इस सवाल को भी डिप्टी सीएम हंस कर टाल गए।
डिप्टी सीएम फनी मूड में नजर आए।
पीपीपी दी पीपनी वज्जी
विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे गए सवाल पर सुखबीर ने कहा कि पीपल्स
पार्टी ऑफ पंजाब के साथ किसी भी दल का गठबंधन हो जाए, इससे शिअद-भाजपा
गठबंधन को कोई खतरा नहीं, क्योंकि पीपीपी की पीपनी बज चुकी है। सीपीआई व
सीपीएम का जनाधार भी नाममात्र है। ऐसे में विधानसभा का फाइनल भी शिअद ही
जीतेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने खाद पर कंट्रोल खत्म कर किसानों पर प्रहार
किया है, जिससे किसानों की आर्थिक हालत और खराब होगी। खेल स्टेडियम में
डिप्टी सीएम के दौरे के दौरान अपनी मांगों को लेकर कई जत्थेबंदियों के
प्रतिनिधि उनसे मिलने पहुंचे। इसमें एसएसए अध्यापक यूनियन, फर्द केंद्र
कर्मचारी यूनियन, सर्वशिक्षा अभियान अध्यापक यूनियन के ओहदेदार शामिल थे।
मगर इससे पहले कि वह डिप्टी सीएम से मिलते पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।
बठिंडा में होगा सेमीफाइनल
सुखबीर बादल ने कहा कि प्रदेश के 20 जिलों में होने वाले कबड्डी विश्व कप
का एक नवंबर को बठिंडा में होने जा रहा उद्घाटन ऐतिहासिक होगा। इसकी
तैयारियों का जिम्मा देश की मशहूर कंपनी विजक्राफ्ट को सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि इस विश्व कप में 14 देशों की टीमें भाग ले रही हैं। इसका
सेमीफाइनल 18 नवंबर को बठिंडा में होगा। वूमैन कबड्डी के लिए 4 देशों
इंडिया, इंग्लैंड, अमेरिका व ईरान की टीमें भाग लेंगी। विश्वकप पर 15
करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इसमें इनामी राशि के 5 करोड़ रुपये राज्य
सरकार खर्च करेगी, जबकि शेष राशि प्रायोजकों के मार्फत खर्च होगी।
डेंगू नू छड्डो, तुसीं कबड्डी दा नजारा लुट्टो, डेंगू तां डीसी, एसएसपी लभ
लैणगे। दीवाली आ गई ए, पटाखे चलणगे तां डेंगू आपे भज जाऊ! यह कहना था
डिप्टी सीएम सुखबीर बादल का। सुखबीर बुधवार को यहां मीडिया से रूबरू थे।
बठिंडा के खेल स्टेडियम में एक नवंबर को होने जा रहे विश्व कबड्डी कप के
उद्घाटन समारोह की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे सुखबीर से मीडिया ने शहर
में नियंत्रण से बाहर होते जा रहे डेंगू के निदान से संबंधित सवाल पूछे
थे। मीडिया ने सुखबीर को बताया था कि शहर में एक हजार से ज्यादा डेंगू
प्रभावित लोग अस्पतालों में हैं, 6 लोगों की मौत हो चुकी है।
इन सवालों को डिप्टी सीएम ने मजाक में टाल दिया। पत्रकारों ने पूछा कि
विश्व कप कबड्डी में 14 देशों की टीमें भाग ले रही हैं, अगर उन्हें डेंगू
हो गया तो इसके क्या इंतजाम है। इस सवाल को भी डिप्टी सीएम हंस कर टाल गए।
डिप्टी सीएम फनी मूड में नजर आए।
पीपीपी दी पीपनी वज्जी
विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे गए सवाल पर सुखबीर ने कहा कि पीपल्स
पार्टी ऑफ पंजाब के साथ किसी भी दल का गठबंधन हो जाए, इससे शिअद-भाजपा
गठबंधन को कोई खतरा नहीं, क्योंकि पीपीपी की पीपनी बज चुकी है। सीपीआई व
सीपीएम का जनाधार भी नाममात्र है। ऐसे में विधानसभा का फाइनल भी शिअद ही
जीतेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने खाद पर कंट्रोल खत्म कर किसानों पर प्रहार
किया है, जिससे किसानों की आर्थिक हालत और खराब होगी। खेल स्टेडियम में
डिप्टी सीएम के दौरे के दौरान अपनी मांगों को लेकर कई जत्थेबंदियों के
प्रतिनिधि उनसे मिलने पहुंचे। इसमें एसएसए अध्यापक यूनियन, फर्द केंद्र
कर्मचारी यूनियन, सर्वशिक्षा अभियान अध्यापक यूनियन के ओहदेदार शामिल थे।
मगर इससे पहले कि वह डिप्टी सीएम से मिलते पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया।
बठिंडा में होगा सेमीफाइनल
सुखबीर बादल ने कहा कि प्रदेश के 20 जिलों में होने वाले कबड्डी विश्व कप
का एक नवंबर को बठिंडा में होने जा रहा उद्घाटन ऐतिहासिक होगा। इसकी
तैयारियों का जिम्मा देश की मशहूर कंपनी विजक्राफ्ट को सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि इस विश्व कप में 14 देशों की टीमें भाग ले रही हैं। इसका
सेमीफाइनल 18 नवंबर को बठिंडा में होगा। वूमैन कबड्डी के लिए 4 देशों
इंडिया, इंग्लैंड, अमेरिका व ईरान की टीमें भाग लेंगी। विश्वकप पर 15
करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इसमें इनामी राशि के 5 करोड़ रुपये राज्य
सरकार खर्च करेगी, जबकि शेष राशि प्रायोजकों के मार्फत खर्च होगी।