समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक विश्व के 91 देशों के लगभग 1,100 शहरों में प्रदूषण काफी उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदूषण की वजह से ही शहरी क्षेत्रों में ह्दय रोग, फेफड़े के कैंसर, अस्थमा और अन्य तरह की बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा बढ़ गया है। कुछ शहरों में तो प्रदूषण की स्थिति डब्ल्यूएचओ के मानदंडों से 15 गुना ज्यादा है, जिससे स्थिति काफी विस्फोटक हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विकसित और विकासशील देशों में वायु प्रदूषण की खास वजह मोटर परिवहन, छोटी औद्योगिक इकाइयां तथा अन्य उद्योग हैं। रिपोर्ट के मुताबिक रिहायशी इलाकों में लकड़ियां और कोयले के जलाने से उत्पन्न होने वाला धुआं भी वायु को काफी प्रदूषित करता है और विशेषतौर से जाड़े के दिनों में ग्रामीण इलाकों में ऐसा देखने को मिलता है।