रायपुर। छत्तीसगढ़ में विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार से नक्सलियों को
कथित रूप से पैसे देने के लिए एस्सार समूह के खिलाफ सार्वजनिक सुरक्षा
कानून लागू करने की मांग की है। वहीं, एस्सार समूह ने ऐसे आरोपों से इंकार
किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल ने शुक्रवार को कहा,
”नक्सलियों को बड़ी रकम देने के लिए मैं एस्सार समूह के मालिकों के खिलाफ
कार्रवाई की मांग करता हूं।”
इस साल अप्रैल में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने
वाले 58 वर्षीय पटेल ने कहा कि इस मामले में छत्तीसगढ़ विशेष सार्वजनिक
सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाना चाहिए, क्योंकि यह बहुत गंभीर मुद्दा है।
मानवाधिकार कार्यकर्ता हालांकि इस कानून को ‘कठोर’ बताते रहे है। यह
राज्य में 2006 में बना। इसके तहत गिरफ्तार संदिग्ध को महीनों तक जमानत
नहीं मिल सकती।
वहीं, दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अंकित गर्ग ने कहा कि एस्सार समूह के
कुछ अधिकारियों से पूछताछ की गई है, जबकि कुछ को पूछताछ के लिए पहुंचने का
नोटिस भेजा गया है।
उन्होंने कहा, ”नक्सलियों को पैसा पहुंचाने वाले एक-एक अधिकारी को
पकड़ा जाएगा। जांच तेजी से जारी है। नक्सलियों को पैसा पहुंचाने वालों को
बेनकाब किया जाएगा और उन्हे जेल भेजा जाएगा।”
इस बीच, एस्सार समूह ने इन आरोपों से इंकार किया है। समूह के उपाध्यक्ष
मनीष केडिया ने आईएएनएस से कहा, ”एस्सार प्रशासन के साथ पूरी तरह सहयोग
कर रहा है।” इस सिलसिले में एस्सार के ठेकेदार बीके लाला की गिरफ्तारी के
बारे में उन्होंने कहा कि वह कई अन्य कंपनियों का भी ठेकेदार है।