वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उभरते एवं स्थापित
लोकतांत्रिक देशों से आग्रह किया है कि उन्हें अपनी सरकारों को अधिक
पारदर्शी बनाना चाहिए। इस संदर्भ में ओबामा ने भारतीय गांवों का उदाहरण
दिया, जहां की आवाजें सूचना प्रौद्योगिकी के नए उपकरणों के माध्यम से ऊपर
तक सुनी जा रही है।
ओबामा ने कहा कि अमेरिका भी एक नया ऑनलाइन उपकरण लांच करेगा, जिसके
माध्यम से अमेरिकी नागरिक अपनी शिकायतें व्हाइट हाउस तक सीधे भेज सकेंगे।
ओबामा ने कहा कि अन्य सरकारों को भी प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराई जाएगी।
ओबामा ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में कहा कि तंजानिया से
इंडोनेशिया तक- और जैसा कि मैंने अपनी भारत यात्रा के दौरान पहली बार देखा
कि गांव संगठित हो रहे हैं और अपनी आवाजें ऊपर तक पहुंचा रहे है तथा अपने
लिए जरूरी सार्वजनिक सेवाएं हासिल कर रहे है।
अमेरिका एवं ब्राजील की सह अध्यक्षता वाले एक खुली सरकार साझेदारी का
उद्घाटन करते हुए ओबामा ने कहा कि ब्राजील से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक की
सरकारें ढेर सारी जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध करा रही है, और सरकारी
अधिकारियों को करदाताओं के धन को खर्च करने के लिए जवाबदेह ठहराने में जनता
की मदद कर रही है।
इस साझेदारी में शामिल मेक्सिको, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस
सहित सभी आठ संस्थापक सदस्यों ने अधिक पारदर्शी लाने और सरकार में
नागरिकों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित कराने तथा प्रौद्योगिकी की सुलभता
बढ़ाने का संकल्प लिया है। ओबामा ने कहा कि पहल के लिए यह अनुकूल समय है।
पूरे मध्य पूर्व और उत्तर अफ्रीका में लोग अपनी-अपनी सरकारों पर दबाव बना
रहे है कि वे अपने नागरिकों को लाभ पहुंचाएं। इसके अलावा दुनिया भर के उभर
रहे लोकतांत्रिक देश यह जाहिर कर रहे हैं कि खुली सरकार में उन्नयन किस तरह
समृद्धि और न्याय को बढ़ा सकता है। ओबामा ने कहा कि इसके अलावा 40 देशों
ने अगले वर्ष इस साझेदारी में शामिल होने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
अमेरिका भी एक वैश्विक पहल में शामिल हो रहा है, जिसमें तेल, गैस और खनन
कम्पनियां इस बारे में अधिक सूचनाएं मुहैया कराएंगी कि वे प्राकृतिक
संसाधनों के दोहन के बदले कितना भुगतान कर रही है।