भागलपुर, हमारे संवाददाता : केंद्र सरकार के सूक्ष्म, लघु व मध्यम
उद्योग मंत्रालय ने जिले के अनुसूचित जनजाति के युवक-युवतियों का भविष्य
संवारने की योजना बनाई है। इसके लिए सूबे में सिर्फ भागलपुर जिले को ही
चयनित किया गया है। योजना के तहत अनुसूचित जनजाति के युवक-युवतियों को
प्रशिक्षण देकर उन्हें उद्योग स्थापित करने के लिए सस्ते ब्याज दर पर ऋण
मुहैया कराए जाएंगे। इस योजना पर अक्टूबर 2011 से काम शुरू हो जाएगा। इस
काम को करने का जिम्मा उद्योग विभाग के कंधों पर है।
प्रथम चरण में 25 लोगों को मिलेगा प्रशिक्षण व ऋण
योजना के प्रथम चरण में 25 युवक-युवतियों का चयन किया जाएगा। इन्हें एक
माह का प्रशिक्षण देकर उद्योग स्थापित करने के लिए चार प्रतिशत ब्याज पर
पांच लाख रुपये तक ऋण मुहैया कराए जाएंगे। प्रशिक्षण खाद्य प्रसंस्करण
विभाग द्वारा दिया जाएगा।
किस तरह के लगेंगे उद्योग
नमकीन, चूड़ा, अचार, जैली आदि तरह के उद्योग स्थापित किए जाएंगे।
दो हजार से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार
उद्योग विभाग का दावा है कि 25 लोगों को प्रशिक्षित कर उद्योग लगाने के
लिए ऋण मुहैया कराने से करीब दो हजार से अधिक लोगों को परोक्ष व अपरोक्ष
रूप से रोजगार मिलेगा। उद्योग स्थापित करने वाले लोगों को हर संभव मदद भी
विभाग देगा।
कोट .
-अनुसूचित जनजाति के लोगों के लिए यह योजना संजीवनी साबित होगी। यदि
ईमानदारी से कार्य किया गया तो निश्चित रूप से अनुसूचित जनजाति के लोगों का
भविष्य संवरेगा।
-ई. रामचंद्र सिंह, महाप्रबंधक,
जिला उद्योग केंद्र, भागलपुर