जयपुर।नरेगा
के कारण खेतों में काम करने के लिए मजदूरों का भारी संकट पैदा होने के बाद
अब केंद्र सरकार फसलों की बुवाई-कटाई के समय इन मजदूरों को खेतों में
लगाने पर विचार कर रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने राज्य सरकार
से इस संबंध में प्रस्ताव और सुझाव भेजने को कहा है। जिससे कृषि के काम में
मजदूरों के संकट से निबटा जा सके। उन्होंने कहा कि यह हमेशा उनकी
प्राथमिकता रही है कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके। यदि
किसानों के हित में किसी भी प्रकार का ठोस कदम उठाने की जरूरत पड़ी तो वे
तैयार हैं।
बिडला ऑडिटोरियम में शनिवार को आयोजित अग्रणी नवाचारी
किसानों के सम्मान समारोह में पंवार ने कहा कि खेती और नरेगा को जोडऩे के
लिए केंद्र सरकार गंभीरता से विचार रही है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ
सालों से देश में पैदावार लगातार बढ़ रही है।
इस बार अच्छी बारिश से
उत्पादन काफी ज्यादा होने की संभावना है। पंवार ने स्वीकारा कि देश में
अनाज के भंडारण की भारी समस्या पैदा हो रही है। महंगाई के मुद्दे पर पंवार
ने कहा कि आम जनता को महंगाई से बचाने के लिए काम करना होगा।
मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में जल्द ही कृषि नीति लाने की
तैयारी कर रही है। इसके लिए प्रारूप तैयार हो रहा है। नीति तैयार होने के
बाद किसानों से जुड़े हर फैसले बेहतर ढंग से अमल में लाए जा सकेंगे।
इस
मौके पर 496 किसानों को राष्ट्रीय, राज्य , जिला और पंचायत स्तरीय
पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। समारोह में राज्य के कृषि मंत्री हरजीराम
बुरड़क, गोवा के मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, कृषि राज्यमंत्री भरोसीलाल
जाटव, गुरमीत सिंह कुन्नर, मुरारीलाल मीणा सहित देश-प्रदेश से आए बड़ी
संख्या में नवाचारी किसान मौजूद थे।
महंगाई के सवाल पर नो कमेंट कहते हुए चल दिए पवार:कार्यक्रम
समाप्ति के बाद जब पवार से मीडिया ने पेट्रोल-डीजल के साथ ही देश में
बढ़ती महंगाई पर सवाल किया तो वे नो कमेंट कहते हुए आगे चल दिए। संपत्ति के
डिक्लेरेशन पर उठ रहे सवाल पर उन्होंने एक बार फिर यह कहते हुए कुछ कहने
से इनकार कर दिया कि आप मेरी ईमानदारी पर शक कर रहे हैं। इधर पवार को
मीडियाकर्मियों से घिरा देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्दी दिखाते हुए
ऑडिटोरियम से बाहर निकल लिए।
के कारण खेतों में काम करने के लिए मजदूरों का भारी संकट पैदा होने के बाद
अब केंद्र सरकार फसलों की बुवाई-कटाई के समय इन मजदूरों को खेतों में
लगाने पर विचार कर रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने राज्य सरकार
से इस संबंध में प्रस्ताव और सुझाव भेजने को कहा है। जिससे कृषि के काम में
मजदूरों के संकट से निबटा जा सके। उन्होंने कहा कि यह हमेशा उनकी
प्राथमिकता रही है कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके। यदि
किसानों के हित में किसी भी प्रकार का ठोस कदम उठाने की जरूरत पड़ी तो वे
तैयार हैं।
बिडला ऑडिटोरियम में शनिवार को आयोजित अग्रणी नवाचारी
किसानों के सम्मान समारोह में पंवार ने कहा कि खेती और नरेगा को जोडऩे के
लिए केंद्र सरकार गंभीरता से विचार रही है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ
सालों से देश में पैदावार लगातार बढ़ रही है।
इस बार अच्छी बारिश से
उत्पादन काफी ज्यादा होने की संभावना है। पंवार ने स्वीकारा कि देश में
अनाज के भंडारण की भारी समस्या पैदा हो रही है। महंगाई के मुद्दे पर पंवार
ने कहा कि आम जनता को महंगाई से बचाने के लिए काम करना होगा।
मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में जल्द ही कृषि नीति लाने की
तैयारी कर रही है। इसके लिए प्रारूप तैयार हो रहा है। नीति तैयार होने के
बाद किसानों से जुड़े हर फैसले बेहतर ढंग से अमल में लाए जा सकेंगे।
इस
मौके पर 496 किसानों को राष्ट्रीय, राज्य , जिला और पंचायत स्तरीय
पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। समारोह में राज्य के कृषि मंत्री हरजीराम
बुरड़क, गोवा के मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, कृषि राज्यमंत्री भरोसीलाल
जाटव, गुरमीत सिंह कुन्नर, मुरारीलाल मीणा सहित देश-प्रदेश से आए बड़ी
संख्या में नवाचारी किसान मौजूद थे।
महंगाई के सवाल पर नो कमेंट कहते हुए चल दिए पवार:कार्यक्रम
समाप्ति के बाद जब पवार से मीडिया ने पेट्रोल-डीजल के साथ ही देश में
बढ़ती महंगाई पर सवाल किया तो वे नो कमेंट कहते हुए आगे चल दिए। संपत्ति के
डिक्लेरेशन पर उठ रहे सवाल पर उन्होंने एक बार फिर यह कहते हुए कुछ कहने
से इनकार कर दिया कि आप मेरी ईमानदारी पर शक कर रहे हैं। इधर पवार को
मीडियाकर्मियों से घिरा देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्दी दिखाते हुए
ऑडिटोरियम से बाहर निकल लिए।