देवघर : अभिलेखागार से चोरी हुए 386 एकड़ के जमीन घोटाले के कागजात को
बड़ी बारीकी से जलाया गया. कागजात को अनुसेवक ज्योतिंद्र पोद्दार की घर की
छत पर चूल्हे में जलाया गया.
उसके राख को घर के पीछे खेतों में फेंका गया. राख को नष्ट करने के लिए
उस पर पानी डाल दिया गया. फोरेंसिक एक्सपर्ट शंभू सिंह व धर्मेद्र कुमार ने
दोनों स्थानों के राख, अधजले कागजात, फाइल आदि के अवशेष को बरामद किया है.
जिसे जांच के लिए रांची भेजा जायेगा. एसडीपीओ प्रमोद कुमार साह के नेतृत्व
में नगर थानेदार केके साहू, मोहनपुर थानेदार देवव्रत पोद्दार, जसीडीह
थानेदार हरेंद्र चौधरी ने सुबह पांच बजे से सुनील पोद्दार के सिविल लाइंस
मुहल्ला स्थित घर में छापेमारी की.
साढ़े छह बजे पुलिस सुनील को गिरफ्तार कर थाने ले आयी. इसी बीच एसपी
सुबोध प्रसाद भी सुनील के घर पहुंच गयी. एसपी के नेतृत्व में पूरे घर की
तलाशी हुई. कमरे की दीवान, बिस्तर के नीचे, डोर मेट समेत घर के कई स्थानों
पुलिस ने नोटों के बंडल बरामद किये. कुल 7 लाख 29 हजार 865 रुपये बरामद
हुए. इसमें 1000, 500 व 100 को नोट शामिल हैं. एक नोट के बंडल में बैंक का
टैग व मुहर लगा है. पुलिस उस टैग के आधार पर ट्रांजेक्शन का पता लगा रही
है. सुनील के घर छापेमारी करीब सुबह दस बजे तक चली.
जमीन बिक्री के थे रुपये : ज्योतिंद्र
सुनील के पिता ज्योतिंद्र पोद्दार ने बताया कि उनका पैतृक गांव चेमथा, थाना
परबत्ता, जिला खगड़िया है. उनकी सारी जमीन गंगा किनारे हैं. अक्सर जमीन
गंगा नदी की पानी से डूब जाता है. इस कारण गांव की जमीन को बेच दिया. उसी
में रुपये मिले थे, जिसे घर में रखा था. पिता ने कहा, कागजात जलाने के बारे
में कोई जानकारी नहीं है. सुनील की बहन अनिता देवी ने कहा, उक्त रुपये में
दो लाख उनका है. उन्होंने अपनी मां को देवघर में जमीन खरीदने के लिए दो
लाख रुपये दिये थे.