हजारे का ग्लूकोज चढ़वाने से इंकार

नई दिल्ली। जन लोकपाल की माग को लेकर पिछले नौ दिन से अनशन पर बैठे
गाधीवादी अन्ना हजारे चिकित्सकों की सलाह के बावजूद ग्लूकोज चढ़वाने के लिए
तैयार नहीं हैं।

हजारे के करीबी सहयोगी मनीष सिसोदिया ने बुधवार को संवाददाताओं को
बताया कि अन्ना ने ग्लूकोज चढ़वाने से इंकार कर दिया है। उन्हें चिकित्सकों
ने सुबह की जाच के बाद ग्लूकोज चढ़वाने की सलाह दी थी।

अन्ना का वजन बीते 24 घटे के दौरान 200 ग्राम और कम हो गया है। उनका
वजन फिलहाल 66.2 किलोग्राम है। बीते 26 अगस्त से अनशन पर बैठने से पहले
उनका वजन 72 किलोग्राम था। उनका रक्तचाप 104/86 है, जबकि रक्त में शर्करा
का स्तर 106 और पल्स रेट 82 है। इसके अलावा उनके रक्त में कीटोन भी पाया
गया है।

कल हजारे ने चिकित्सकों की सलाह मानने और किसी भी तरह की दवा लेने से
इंकार कर दिया था। इसके अलावा रामलीला मैदान से बलपूर्वक हटाए जाने के किसी
भी तरह के प्रयास के खिलाफ हजारे ने सरकार को चेतावनी दी है।

डॉक्टर नरेश त्रेहन के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने हजारे को
अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी, लेकिन गाधीवादी हजारे ने इसे मानने
से इंकार कर दिया।

त्रेहन ने कहा था कि पूरी टीम ने अन्ना हजारे के स्वास्थ्य की जाच की
है जिसमें बदलाव देखा गया है। हम लोगों ने उनसे कहा कि उन्हें अस्पताल में
भर्ती हो जाना चाहिए लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया और कहा कि मैं यहा लोगों
के बीच रहना चाहता हूं।

इस बीच हजारे के अन्य दूसरे करीबी सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह
कल जन लोकपाल विधेयक पर सरकार से हुई बातचीत पर जवाब का इंतजार कर रहे
हैं।

केजरीवाल ने कहा कि हम लोग सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। कल हम
लोगों ने सरकार के प्रतिनिधि के साथ विस्तृत चर्चा की। हमने उन्हें लिखित
में अपनी मागें दी हैं। उन्होंने आज तक जवाब देने की बात कही है। उन्होंने
कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार हमारी सभी मागें मान ले।

बारिश में भी डटे रहे हजारे समर्थक

-रामलीला मैदान अन्ना हजारे के अनशन के नौंवे दिन बुधवार को हजारे के
समर्थकों के देशभक्ति गीतों की धुनों से गूंज उठा। समर्थकों ने ड्रम की
धुनों पर देशभक्ति गीत गाते हुए नारे लगाए।

पूरी रात हुई बारिश के बावजूद लगभग 400 प्रदर्शनकारी मैदान में डटे
रहे। इस दौरान समर्थकों ने ड्रम और दूसरे संगीत उपकरणों की धुनों पर
देशभक्ति के गाने गाए।

हरियाणा से आए राम कुमार ने कहा कि हम पिछले आठ दिन से हजारे के समर्थन
में अनशन कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि हमारी सभी मागे बिना शर्त मानीं
जाए। प्रदर्शन के जोर पकड़ने के साथ बहुत से उत्साहित स्वयंसेवक देर रात तक
मैदान में काम करते दिखाई दे रहे हैं।

बहुत से समर्थक जहा अस्थाई शिविरों के भीतर से जन लोकपाल विधेयक के
समर्थन में नारे लगातेदिखे, वहीं स्वयंसेवकों का एक समूह भोजन के खाली
पैकेट उठाता हुआ दिखाई दिया।

दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र परमजीत सिंह ने कहा कि यह पूरे देश के
कल्याण के लिए है। अन्ना देश में सफाई कर रहे हैं, ऐसे में अगर मैं मैदान
की सफाई कर रहा हूं, तो इसमें क्या परेशानी है।

हजारे के समर्थकों ने मैदान की लगभग सभी दीवारों पर भ्रष्टाचार निरोधक
नारों वाले पोस्टर लगा दिए हैं। लोग हजारे की सलामती के लिए मंत्र पढ़ रहे
हैं और हवन कर रहे हैं।

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