मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को लगभग साढ़े तीन घंटे तक गंगा के
बढ़े जलस्तर की वजह से जिन इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है उनका
हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद स्टेट हैंगर परिसर
में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ का पानी घट
रहा है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
हवाई सर्वेक्षण के दौरान उन्होंने भागलपुर, कटिहार, नवगछिया, मुंगेर,
खगड़िया, बेगूसराय, भोजपुर, छपरा, बक्सर, वैशाली, समस्तीपुर, लखीसराय व पटना
के उन इलाकों का जायजा लिया जो गंगा के उफान की वजह से प्रभावित हैं।
मुख्यमंत्री के हवाई सर्वेक्षण में उनके साथ जल संसाधन मंत्री विजय कुमार
चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव एस सिद्धार्थ, गृह विभाग के विशेष सचिव सुनील
कुमार, जल संसाधन व आपदा प्रबंधन विभाग के भी कई अधिकारी भी शामिल थे।
मुख्यमंत्री के अनुसार उन्होंने जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि
बाढ़ पीड़ितों के लिए निर्धारित मानदंड के अनुसार राहत सामग्री पहुंचायी
जाये। जो लोग बाढ़ की वजह से घर से बाहर होने को मजबूर हुए हैं उन्हें
पालीथिन व अन्य मान्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि
वैसे बाढ़ का पानी घट रहा है। चिंता की कोई बात नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह निर्देश दिया है
कि पानी घटने के बाद उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर कड़ी निगरानी रखें।
आवश्यक दवाएं प्रभावित इलाकों में पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो। पानी
घटने पर डीडीटी का छिड़काव समुचित ढंग से कराया जाये ताकि किसी तरह की कोई
बीमारी उत्पन्न न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई वर्षो बाद गंगा में इस तरह का उफान आया है।
गंडक व कोसी में भी पानी का डिस्चार्ज ज्यादा हुआ है। तटबंधों की सुरक्षा
के लिए समुचित निर्देश दिए जा चुके हैं।