रांची
ब्राजील में जन्मी और पली बढ़ी वाउजी लेनी पॉल ने रांची को अपना कर्म
क्षेत्र बनाया है। यहां की महिलाओं और ड्रॉपआउट लड़कियों को डिजाइनिंग और
टेलरिंग का गुर सिखा कर उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने में जुड़ी
हैं। डेढ़ साल की अपनी समर्पित सेवा से तीन महिलाओं और पांच युवतियों को
इस हुनर में पारंगत कर चुकी हैं।
कैसे आया प्रशिक्षण का ख्याल: सुदूर क्षेत्रों से साइकिल पर 15- से 20 बोरे
कोयले लाद कर रांची में बेच जीविकार्जन करने वालों से मिलने और उनकी
स्थिति जानने के बाद 33 वर्षीया लेनी ने यहां महिलाओं व युवतियों को अपने
टेलरिंग और डिजाइनिंग के हुनर से आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की ठानी । 2009
में नया टोली में एस्टिलो टेलर में युवतियों व महिलाओं को टेलरिंग व
डिजाइनिंग में प्रशिक्षित किया।
यहां के लेडीज गारमेंट्स ं विदेशों में भी धूम मचा रहे हैं। योजना है कि
एस्टिलो टेलरिंग के डिजाइंस और तैयार वस्त्र की व्यापक मार्केटिंग हो।
गौस्पल रॉक बैंड का भी नेतृत्व करने वाली लेनी, गिटारिस्ट और मुख्य गायिका
भी हैं, जो हॉस्पिटल विजिट कर रोगियों के लिए हीलिंग प्रेयर करती हैं। उनका
कहनै है कि इससे उनको खुशी मिलती है।
कौन हैं लेनी पॉल
बच्चों की सेवा करनेवाली ब्राजील की एक एनजीओ के साथ दिल्ली आयीं लेनी की
मुलाकात बेथेसदा बाइबल कॉलेज के डीन डॉ राकेश पॉल से हुई। दोनों एक दूसरे
को दिल दे बैठे। 16 दिसंबर 2006 को ब्राजील में दोनों परिणय सूत्र में
बंधे। दोनों ने गोवा में युवाओं के बीच अपनी सेवा आरंभ की। 12 सितंबर 2007
से ही ओल्ड एचबी रोड स्थित बाइबल हाउस से गुड न्यूज सेंटर (जीएनसी) के
माध्यम से युवाओं के बीच सेवा आरंभ की। दोनों अगस्त 2008 में रांची
पहुंचे। अंग्रेजी सीखी, फिर वाईएमसीए से टेलरिंग। हिंदी बोलना और पढ़ना भी
सीखा। खाली वक्त में आसपास के स्लम क्षेत्र की युवतियों और महिलाओं से
मिलती हैं।और शिक्षा और अपने आर्थिक स्वावलंबन के लिए प्रेरित करती हैं।
गुड न्यूज सेंटर और एस्टिलो टेलर दोनों युवाओं को संगीत,नृत्य, संवाद और
काउंसलिंग से उनकी प्रतिभाओं को सामने लाने में लगे हैं। गुड न्यूज सेंटर
और यूथ इंपैक्ट में 600 युवाओं की सदस्यता हमारी सफल सेवा का परिणाम है।
डॉ. राकेश पाल, डायरेक्टर गुड न्यूज
ब्राजील में जन्मी और पली बढ़ी वाउजी लेनी पॉल ने रांची को अपना कर्म
क्षेत्र बनाया है। यहां की महिलाओं और ड्रॉपआउट लड़कियों को डिजाइनिंग और
टेलरिंग का गुर सिखा कर उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने में जुड़ी
हैं। डेढ़ साल की अपनी समर्पित सेवा से तीन महिलाओं और पांच युवतियों को
इस हुनर में पारंगत कर चुकी हैं।
कैसे आया प्रशिक्षण का ख्याल: सुदूर क्षेत्रों से साइकिल पर 15- से 20 बोरे
कोयले लाद कर रांची में बेच जीविकार्जन करने वालों से मिलने और उनकी
स्थिति जानने के बाद 33 वर्षीया लेनी ने यहां महिलाओं व युवतियों को अपने
टेलरिंग और डिजाइनिंग के हुनर से आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की ठानी । 2009
में नया टोली में एस्टिलो टेलर में युवतियों व महिलाओं को टेलरिंग व
डिजाइनिंग में प्रशिक्षित किया।
यहां के लेडीज गारमेंट्स ं विदेशों में भी धूम मचा रहे हैं। योजना है कि
एस्टिलो टेलरिंग के डिजाइंस और तैयार वस्त्र की व्यापक मार्केटिंग हो।
गौस्पल रॉक बैंड का भी नेतृत्व करने वाली लेनी, गिटारिस्ट और मुख्य गायिका
भी हैं, जो हॉस्पिटल विजिट कर रोगियों के लिए हीलिंग प्रेयर करती हैं। उनका
कहनै है कि इससे उनको खुशी मिलती है।
कौन हैं लेनी पॉल
बच्चों की सेवा करनेवाली ब्राजील की एक एनजीओ के साथ दिल्ली आयीं लेनी की
मुलाकात बेथेसदा बाइबल कॉलेज के डीन डॉ राकेश पॉल से हुई। दोनों एक दूसरे
को दिल दे बैठे। 16 दिसंबर 2006 को ब्राजील में दोनों परिणय सूत्र में
बंधे। दोनों ने गोवा में युवाओं के बीच अपनी सेवा आरंभ की। 12 सितंबर 2007
से ही ओल्ड एचबी रोड स्थित बाइबल हाउस से गुड न्यूज सेंटर (जीएनसी) के
माध्यम से युवाओं के बीच सेवा आरंभ की। दोनों अगस्त 2008 में रांची
पहुंचे। अंग्रेजी सीखी, फिर वाईएमसीए से टेलरिंग। हिंदी बोलना और पढ़ना भी
सीखा। खाली वक्त में आसपास के स्लम क्षेत्र की युवतियों और महिलाओं से
मिलती हैं।और शिक्षा और अपने आर्थिक स्वावलंबन के लिए प्रेरित करती हैं।
गुड न्यूज सेंटर और एस्टिलो टेलर दोनों युवाओं को संगीत,नृत्य, संवाद और
काउंसलिंग से उनकी प्रतिभाओं को सामने लाने में लगे हैं। गुड न्यूज सेंटर
और यूथ इंपैक्ट में 600 युवाओं की सदस्यता हमारी सफल सेवा का परिणाम है।
डॉ. राकेश पाल, डायरेक्टर गुड न्यूज