लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के विधायक और मंत्री अपने बच्चों को सरकारी प्राथमिक स्कूलों
में नही पढ़ाते है। मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को विधानसभा
प्रश्नोत्तर काल के दौरान सूबे में बेसिक शिक्षा की बदहाली खुल कर सामने
आयी। सदस्यों के सवालों से घिरी बेसिक शिक्षा मंत्री सवाल के जवाब से बचने
की कोशिश में लगे रहे। सपा विधायक जोखूलाल यादव ने पूरक सवाल के रूप में
मंत्री से पूछा कि प्रदेश में कितने प्राथमिक विद्यालय है। जिसका उत्तर
उन्हे नही मिला। यादव ने कहा कि सदन के सदस्यों और मंत्रियों के परिवार के
बच्चे सरकारी प्राथमिक स्कूलों में नही पढ़ते है इसीलिए इन विद्यालयों की
दुर्दशा है, और सरकार उस पर ध्यान नही देती।
भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी ने प्राथमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन
व्यवस्था की गुणवत्ता व भावी कार्ययोजना का सवाल उठाया। भाजपा के हुकुम
सिंह, सपा के अ िबका चौधरी, रालोद के अजय तोमर समेत कई विधायकों ने बेसिक
शिक्षा की दुर्दशा का जिक्र किया। जोखूलाल यादव ने सवाल उठाया कि क्या किसी
विधायक या मंत्री के बच्चे प्राथमिक स्कूलों में पढऩे जाते है, तो सदन
खामोश था।
उत्तर प्रदेश के विधायक और मंत्री अपने बच्चों को सरकारी प्राथमिक स्कूलों
में नही पढ़ाते है। मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को विधानसभा
प्रश्नोत्तर काल के दौरान सूबे में बेसिक शिक्षा की बदहाली खुल कर सामने
आयी। सदस्यों के सवालों से घिरी बेसिक शिक्षा मंत्री सवाल के जवाब से बचने
की कोशिश में लगे रहे। सपा विधायक जोखूलाल यादव ने पूरक सवाल के रूप में
मंत्री से पूछा कि प्रदेश में कितने प्राथमिक विद्यालय है। जिसका उत्तर
उन्हे नही मिला। यादव ने कहा कि सदन के सदस्यों और मंत्रियों के परिवार के
बच्चे सरकारी प्राथमिक स्कूलों में नही पढ़ते है इसीलिए इन विद्यालयों की
दुर्दशा है, और सरकार उस पर ध्यान नही देती।
भाजपा के श्यामदेव राय चौधरी ने प्राथमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन
व्यवस्था की गुणवत्ता व भावी कार्ययोजना का सवाल उठाया। भाजपा के हुकुम
सिंह, सपा के अ िबका चौधरी, रालोद के अजय तोमर समेत कई विधायकों ने बेसिक
शिक्षा की दुर्दशा का जिक्र किया। जोखूलाल यादव ने सवाल उठाया कि क्या किसी
विधायक या मंत्री के बच्चे प्राथमिक स्कूलों में पढऩे जाते है, तो सदन
खामोश था।