नोएडा अथॉरिटी ऑफिस तक मार्च
किसानों की मांग है कि ज्यादा मुआवज़े के साथ-साथ उन्हें उनकी ली गई जमीन के पांच फीसदी हिस्से के बराबर जमीन विकसित करके दी जाए। अपनी मांगों को लेकर ये किसान दोपहर 1 बजे नोएडा अथॉरिटी ऑफिस तक एक मार्च भी करेंगे।
ठेकेदार और मजदूर भी सड़क पर उतरे
एक्सटेंशन के विवाद में कोई बचा नहीं है। प्राधिकरण, बिल्डर, निवेशक और किसान तो परेशान हैं हीं, अब ठेकेदार-मजदूर संघ ने भी आंदोलन शुरू कर दिया है। संघ का कहना है कि उनका क्या दोष है। लाखों रुपये लगाकर काम किया है, अब भुगतान कौन करेगा। मजदूरों ने कहा कि उनकी तो रोजी रोटी ही चली गई है।