न्यायपालिका को बाहर रखने पर ही देंगे लोकपाल को समर्थन: करात

चंडीगढ़।
सीपीएम सचिव प्रकाश करात ने कहा है कि माकपा मानसून सत्र में अन्ना के
लोकपाल विधेयक को तभी समर्थन देगी अगर उच्च न्यायपालिका को लोकपाल के दायरे
से बाहर रखा जाता है। उन्होंने कहा कि माकपा प्रधानमंत्री को लोकपाल के
दायरे में लाने के पक्ष में है और संसद में इसे समर्थन भी देगी। यहां
पत्रकारों से रूबरू हुए करात ने कहा कि उनकी पार्टी लोकपाल ही नहीं बल्कि
काले धन ,चुनावों पर हो रहे बेतहाशा खर्चों और चुनाव सुधारों पर काम कर रही
है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायपालिका को लोकपाल के बजाय नेशनल ज्यूडिशियल
कमीशन के दायरे में लाया जाना चाहिए। भ्रष्टाचार न्यायपालिका में भी पसर
चुका है और इसके लिए कारगर कदम उठाने लाजिमी हो गए है।

नोट फॉर वोट के दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई
माकपा
नेता ने कहा कि नोट फॉर वोट मामले के सभी 19 सांसदों के खिलाफ कार्रवाई
होनी चाहिए। इन सांसदों ने पैसे के बदले में या तो पाटी व्हिप का उल्लंघन
किया या वो सदन से गैरहाजिर रहे थे। इस तरह से यूपीए सरकार बची थी।

मनप्रीत से गठबंधन का संकेत
माकपा
नेता ने इस मौके पर कहा कि पंजाब में मनप्रीत बादल की पार्टी धर्म
निरपेक्ष पार्टी है और वामपंथी पीपीपी के साथ गठबंधन कर सकती है।

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