छत्तीसगढ़ में ग्रामीण जनसंख्या 77 फीसदी

रायपुर। नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ की लगभग 77 फीसदी जनसंख्या गावों
में निवास करती हैं। राज्य में पिछले 10 सालों में गावों में लगभग 18 फीसदी
जनसंख्या की बढ़ोतरी हुई है।

आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहा बताया कि छत्तीसगढ़ की जनगणना 2011
के ग्रामीण और नगरीय जनसंख्या के अनंतिम आकड़े जारी किए गए हैं। छत्तीसगढ़
राज्य की कुल जनसंख्या दो करोड़ 55 लाख 40 हजार 196 है। ग्रामीण जनसंख्या एक
करोड़ 96 लाख तीन हजार 658 है, जो कि कुल जनसंख्या का 76.76 प्रतिशत है।

उन्होंने बताया कि नगरीय जनसंख्या 59 लाख 36 हजार 538 है, जो कुल
जनसंख्या का 23.24 प्रतिशत है। छत्तीसगढ़ राज्य की दशकीय [2001-2011]
जनसंख्या वृद्वि दर ग्रामीण क्षेत्र में 17.75 प्रतिशत तथा नगरीय क्षेत्र
में 41.83 प्रतिशत है। जनगणना 2001 में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 20.09
थी, जो बढ़कर जनगणना 2011 में 23.24 प्रतिशत हो गया है।

छत्तीसगढ़ की जनगणना निदेशक रेणु जी पिल्लै ने बताया कि राज्य में जिले
के नगरीय जनसंख्या के प्रतिशत के मान से दुर्ग जिले में 38.41 प्रतिशत
नगरीय जनसंख्या है, जो राज्य में सर्वाधिक नगरीय जनसंख्या वाला जिला है तथा
सबसे कम नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 8.92 जशपुर जिले में है।

उन्होंने बताया कि जनगणना 2011 में छत्तीसगढ़ राज्य का स्त्री-पुरूष
अनुपात ग्रामीण क्षेत्र में 1002 है जो कि जनगणना 2001 में 1004 था। वहीं
नगरीय क्षेत्र में स्त्री-पुरुष अनुपात जनगणना 2001 में 932 था, जो जनगणना
2011 में बढ़कर 956 हो गया है।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में स्त्री-पुरूष अनुपात सर्वार्धिक
दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले का है, जहा प्रति एक हजार पुरुषों पर 1046
महिलाएं है और सबसे कम बिलासपुर जिले का है, जहा प्रति हजार पुरुषों पर 980
महिलाएं है। नगरीय क्षेत्र में प्रति हजार पुरुषों में काकेर 1010 महिलाएं
है, जबकि सबसे कम 918 महिलाएं दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा में है।

पिल्लै ने बताया कि जनगणना 2011 में शून्य से छह आयु वर्ग की कुल
जनसंख्या 35 लाख 84 हजार 28 है, जिसमें से 28 लाख 66 हजार 474 ग्रामीण
क्षेत्र में तथा सात लाख 17 हजार 554 नगरीय क्षेत्र में है। राज्य की कुल
ग्रामीण जनसंख्या में शून्य से छह आयु वर्ग की जनसंख्या का प्रतिशत 14.62
है, जो कि जनगणना 2001 के समय 17. 80 था और नगरीय जनसंख्या में शून्य से छह
आयु वर्ग का प्रतिशत मात्र 12.09 है, जो कि जनगणना 2001 के समय 14.12
प्रतिशत था।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में शून्य से छह आयु वर्ग की
जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत 17.41 कबीरधाम जिले में है, जबकि सबसे कम
12.78 प्रतिशत महासमुंद ग्रामीण क्षेत्र में है। नगरीय क्षेत्र में शून्य
से छह आयु वर्ग का प्रतिशत कबीरधाम में सर्वाधिक 14.64 एवं सबसे कम 10.78
कोरिया जिले में है।

अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में शून्य से छह आयु वर्ग का
स्त्री-पुरुष अनुपात ग्रामीण क्षेत्र में 972 है, जो 2001 में 982 था।
नगरीय क्षेत्र में स्त्री-पुरुष अनुपात 932 है, जो कि 2001 में 938 था।
ग्रामीण क्षेत्र में सर्वाधिक शून्य से छह आयु वर्ग का स्त्री-पुरुष अनुपात
1010 दंतेवाड़ा का है तथा सबसे कम जाजगीर-चापा का 949है। नगरीय क्षेत्र
में शून्य से छह वर्ग आयु का स्त्री-पुरुष अनुपात सर्वाधिक 977 दंतेवाड़ा
में तथा सबसे कम 902 बीजापुर और सरगुजा में है।

पिल्लै ने बताया कि जनगणना 2011 में छत्तीसगढ़ राज्य की साक्षरता दर
71.04 है। ग्रामीण क्षेत्र में साक्षरता दर 66.76 तथा नगरीय क्षेत्र में
84.79 है। छत्तीसगढ़ राज्य के ग्रामीण क्षेत्र में पुरुष साक्षरता दर 78.20
प्रतिशत है, जबकि स्त्री साक्षरता दर मात्र 55.40 है।

दूसरी ओर, नगरीय क्षेत्रों में पुरुष साक्षरता दर 91.63 है, जबकि
स्त्री साक्षरता दर 77.65 है। ग्रामीण क्षेत्र में सबसे अधिक साक्षरता दर
धमतरी जिले की 77.57 है जबकि सबसे कम 34.38 प्रतिशत दंतेवाड़ा जिले में है।
नगरीय क्षेत्र में सर्वाधिक साक्षरता दर 87.47 काकेर जिले की एवं सबसे कम
74.99 प्रतिशत बीजापुर जिले की है।

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