ढांड (कैथल). एक
पुराने मकान में चलाए जा रहे आंगनबाड़ी केंद्र की छत गिरने से छह बच्चियां
और एक महिला नीचे दब गईं। इनमें से एक बच्ची की मौत हो गई और तीन बच्चियां
गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा ढांढ के गांव कौल के बोला पट्टी मोहल्ले में
हुआ। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री गीता भुक्कल ने हादसे के बाद
सीडीपीओ, प्रोग्राम अधिकारी एवं सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया है।
घटना गुरुवार सुबह लगभग पौने ग्यारह बजे की है। आंगनबाड़ी केंद्र की हेल्पर
छन्नो देवी एक जर्जर मकान में छह बच्चियों को खिला रही थी। करीब दस बजकर
40 मिनट पर कड़ियों से बनी हुई छत ढह गई और छन्नो देवी, महक (4), नैंसी
(3), दीक्षा (5), रीतिका (3), दीक्षा (3) और रिंकी (3) नीचे दब गईं। सामने
बैठी औरतों ने हादसा होते देख शोर मचाना शुरू कर दिया।
इतने में पास लगती मार्केट के लोग वहां पहुंच गए और बचाव का काम शुरू कर
दिया। गांव वालों ने हेल्पर व पांच बच्चियों को तो जल्दी ही बाहर निकाल
लिया। लेकिन छठी बच्ची रीतिका हादसा होने के करीब आधे घंटे बाद मिट्टी के
काफी नीचे से दबी मिली। मिट्टी में दबे रहने के कारण उसकी मौत हो चुकी थी।
हेल्पर छन्नो देवी और महक, नैंसी व दीक्षा गंभीर रूप से घायल हो गई।
चारों को गांव कौल के सीएचसी से कैथल के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया।
हादसे की सूचना पाकर डीसी अमनीत पी कुमार, एसपी सिमरदीप सिंह, सिविल सर्जन
कैथल जगमाल सिंह सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जिला प्रशासन
ने मृतक बच्ची के परिजनों को रेड क्रास की ओर से एक लाख रुपए तथा घायलों
को 10-10 हजार रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।