मुजफ्फरपुर, हसं : सोमवार को बागमती के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण
कटरा-औराई में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई। कटरा में गंगेया-नवादा के बीच
बागमती नदी पर निर्मित चचरी पुल के ध्वस्त हो जाने से तेहबारा, बंधपुरा,
बेलपकौना एवं बर्री सहित आसपास के गांवों की करीब 30 हजार की आबादी का
संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया। बसघट्टा के पासवान टोला के निकट
आरसीसी पुलिया के ध्वस्त होने से 12 पंचायतों को आवागमन ठप हो गया। गायघाट
प्रखंड मुख्यालय पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कल्याणी गांव के निकट
ग्रामीण सड़क में तेजी से कटाव होने के कारण यह कभी भी ध्वस्त हो सकता है।
कई गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने से वहां हाहाकार मचा हुआ है। उधर, जिला
प्रशासन की ओर से अपर समाहर्ता आपदा सत्यनारायण एवं वरीय अपर समाहर्ता
कमरूज्जमा ने बाढ़ प्रभावित औराई व कटरा के कई गांवों का जायजा लिया।
अधिकारियों की टीम ने टूटे तटबंध का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बाढ़
पीडि़तों के बीच शीघ्र राहत कार्य चलाने का आश्वासन दिया। वहीं, जल संसाधन
विभाग के मुख्य अभियंता गुंजालाल राम ने बताया कि बांध को बचाने के लिए सतत
निगरानी की जा रही है। अभियंताओं का दल रात में बांध पर रतजगा कर रहा है।
बागमती नदी का जलस्तर कटौंझा में 56.57 मीटर पहुंच गया। इसमें और वृद्धि की
संभावना व्यक्त की गई। बेनीबाद इसका जलस्तर 48.35 मीटर रहा। बूढ़ी गंडक
नदी के जलस्तर में वृद्धि होने की सूचना है। सोमवार को इसका जलस्तर
सिकंदरपुर में 48.35 मीटर रहा।
कटरा-औराई में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई। कटरा में गंगेया-नवादा के बीच
बागमती नदी पर निर्मित चचरी पुल के ध्वस्त हो जाने से तेहबारा, बंधपुरा,
बेलपकौना एवं बर्री सहित आसपास के गांवों की करीब 30 हजार की आबादी का
संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया। बसघट्टा के पासवान टोला के निकट
आरसीसी पुलिया के ध्वस्त होने से 12 पंचायतों को आवागमन ठप हो गया। गायघाट
प्रखंड मुख्यालय पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कल्याणी गांव के निकट
ग्रामीण सड़क में तेजी से कटाव होने के कारण यह कभी भी ध्वस्त हो सकता है।
कई गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने से वहां हाहाकार मचा हुआ है। उधर, जिला
प्रशासन की ओर से अपर समाहर्ता आपदा सत्यनारायण एवं वरीय अपर समाहर्ता
कमरूज्जमा ने बाढ़ प्रभावित औराई व कटरा के कई गांवों का जायजा लिया।
अधिकारियों की टीम ने टूटे तटबंध का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बाढ़
पीडि़तों के बीच शीघ्र राहत कार्य चलाने का आश्वासन दिया। वहीं, जल संसाधन
विभाग के मुख्य अभियंता गुंजालाल राम ने बताया कि बांध को बचाने के लिए सतत
निगरानी की जा रही है। अभियंताओं का दल रात में बांध पर रतजगा कर रहा है।
बागमती नदी का जलस्तर कटौंझा में 56.57 मीटर पहुंच गया। इसमें और वृद्धि की
संभावना व्यक्त की गई। बेनीबाद इसका जलस्तर 48.35 मीटर रहा। बूढ़ी गंडक
नदी के जलस्तर में वृद्धि होने की सूचना है। सोमवार को इसका जलस्तर
सिकंदरपुर में 48.35 मीटर रहा।