नयी दिल्ली : अब देश के 47 लाख 50 हजार पंजीकृत घरेलू श्रमिकों को भी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिल सकेगा. इस योजना के तहत वर्ष
2015 तक 18 से 59 साल के सभी घरेलू नौकर-नौकरानियों पर 297 करोड़ रुपये
खर्च किये जायेंगे. ये श्रमिक देश के से किसी भी अस्पताल में उपचार कराने
के पात्र होंगे, जो इस योजना के तहत सूचीबद्घ हैं.
इसके अंतर्गत घरेलू श्रमिक और उसके पांच ओश्रत स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठा
सकेंगे. योजना के अंतर्गत पात्र घरेलू श्रमिकों का स्मार्ट कार्ड आधारित 30
हजार रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा होगा. इस पर आने वाले 297 करोड़ के खर्च
में से 75 प्रतिशत केंद्र और 25 प्रतिशत संबंधित राज्य वहन करेंगे.
पूवरेत्तर राज्यों के लिए केंद्र 90 और संबंधित राज्य 10 प्रतिशत वहन
करेंगे.
महंगाई में राहत कम
के इस फ़ैसले पर खुशी तो ज़ाहिर करती हैं, लेकिन यह सवाल भी उठाती है कि
इस महंगाई में 30,000 रुपये से दवा का खर्च कैसे चल पायेगा. अस्पताल में
छोटी सी बीमारी के लिए भी जाओ तो फ़ीस ही इतनी महंगी होती है, ऐसे में कोई
भर्ती हो जाये, तो 30000 में कैसे चलेगा. सरकार को इस राशि को बढ़ाकर 50 से
60 हज़ार कर देना चाहिए और जो सरकार पहचान – पत्र की बात कर रही है, तो
अगर कोई मालिक या संस्था हमें पहचान -पत्र देने से इंकार कर दे, तो हम क्या
करेंगे ?