नई
दिल्ली. काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने वाले योग गुरु बाबा
रामदेव फिलहाल भले ही एकदम शांत बैठे हों, लेकिन सरकार में हलचल है। उन पर
शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि बाबा के खिलाफ मनी
लाउंडरिंग एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक
कांग्रेस नेताओं को बाबा रामदेव के शिविर से दूर रहने की सलाह भी दी गई है।
बाबा
पर कांग्रेस का हमला जारी है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है
कि बाबा के खिलाफ मनी लाउंडरिंग एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। कांग्रेस के
ही एक और वरिष्ठ नेता बूटा सिंह ने भी बाबा पर निशाना साधा है। उनका कहना
है कि रामदेव कोई संत या स्वामी नहीं, बल्कि पीटी टीचर हैं।
देश के
गृह मंत्री और राज्यपाल रह चुके बूटा ने मेरठ में कहा कि बाबा रामदेव की
तुलना किसी संत से करना ठीक नहीं है। वह तो पीटी टीचर हैं, जो रामलीला
मैदान पर पुलिस आने के बाद भाग खड़े हुए था। बाबा रामदेव ने रामलीला मैदान
पर 4 जून से काला धन के विरोध में अनशन शुरू किया था, लेकिन उसी रात पुलिस
कार्रवाई के बाद उन्हें वहां से महिलाओं के वेश में भागना पड़ा था।
हालांकि पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था और उत्तरखंड भेज दिया था।