नई दिल्ली
बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज में इस महीने की शुरुआत में
प्रदर्शनकारियों पर हुई गोलीबारी के विरोध में सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक
समूह ने सोमवार को दिल्ली स्थित बिहार भवन के समक्ष प्रदर्शन किया।
इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में एक गर्भवती महिला और एक छह महीने की एक बच्ची भी शामिल है।
‘फारबिसगंज गोलीबारी पीड़ितों के लिए न्याय’ नाम से बनी एक समिति के बैनर
तले तकरीबन सौ लोगों ने चाणक्यपुरी स्थित बिहार भवन के बाहर प्रदर्शन किया
और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की।
मानवाधिकार कार्यकर्ता महताब आलम ने बातचीत में कहा, "इस घटना में एक
गर्भवती महिला और छह महीने की एक बच्ची के सहित चार लोगों की मौत हो गई थी।
नौ लोग इस घटना में घायल भी हुए थे।"
उन्होंने कहा, "इस घटना की उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश से इस
मामले की न्यायिक जांच कराई जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलम्बित
किया जाए। साथ ही पीड़ितों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।"
पटना से 350 किलोमीटर दूर स्थित फारबिसगंज में प्रदर्शनकारियों द्वारा एक
कारखाने को जलाने की कोशिश की गई थी। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए
पुलिस ने गोली चला दी, जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी।
प्रशासन के मुताबिक नाराज प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कारखाने के चलते रास्ता बाधित हो गया था और वे इसके विरोध में थे।
बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज में इस महीने की शुरुआत में
प्रदर्शनकारियों पर हुई गोलीबारी के विरोध में सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक
समूह ने सोमवार को दिल्ली स्थित बिहार भवन के समक्ष प्रदर्शन किया।
इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में एक गर्भवती महिला और एक छह महीने की एक बच्ची भी शामिल है।
‘फारबिसगंज गोलीबारी पीड़ितों के लिए न्याय’ नाम से बनी एक समिति के बैनर
तले तकरीबन सौ लोगों ने चाणक्यपुरी स्थित बिहार भवन के बाहर प्रदर्शन किया
और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की।
मानवाधिकार कार्यकर्ता महताब आलम ने बातचीत में कहा, "इस घटना में एक
गर्भवती महिला और छह महीने की एक बच्ची के सहित चार लोगों की मौत हो गई थी।
नौ लोग इस घटना में घायल भी हुए थे।"
उन्होंने कहा, "इस घटना की उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश से इस
मामले की न्यायिक जांच कराई जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलम्बित
किया जाए। साथ ही पीड़ितों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।"
पटना से 350 किलोमीटर दूर स्थित फारबिसगंज में प्रदर्शनकारियों द्वारा एक
कारखाने को जलाने की कोशिश की गई थी। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए
पुलिस ने गोली चला दी, जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी।
प्रशासन के मुताबिक नाराज प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कारखाने के चलते रास्ता बाधित हो गया था और वे इसके विरोध में थे।