लुधियाना।
किसानों को गेहूं-चावल के फसली चक्र से निकालने के लिए सरकार ने बागवानी
विभाग के जरिए कई स्कीमें जारी की हैं। बागवानी विभाग, लुधियाना के
डायरेक्टर डॉ. भजनीक सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि किसानों को
राज्य व केंद्र सरकार की इन स्कीमों का लाभ उठाना चाहिए।
डॉ. भजनीक सिंह ने बताया कि केले की खेती पंजाब में एक नई फसल है और यह फसल
दूसरी फसलों से ज्यादा आमदनी देती है। इस फसल पर दवा, खादों आदि पर कम
खर्च आता है। साथ ही सिंचाई के लिए पानी की कम जरूरत पड़ती है। इस फसल से
किसान एक एकड़ में करीब तीन लाख रुपये मुनाफा कमा सकता है। पंजाब सरकार की
ओर से केले की नई किस्म ग्रैंड नैनो के बाग लगाने के लिए 20 हजार रुपये
प्रति एकड़ सब्सिडी दी जा रही है।
केले की फसल 14 महीनों में फल देने के लिए तैयार हो जाती है। राष्ट्रीय
बागवानी मिशन के तहत पंजाब सरकार की ओर से मशरूम की पैदावार के लिए 50 लाख
रुपये की लागत के प्रोजेक्ट पर 25 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाती है।
सब्सिडी पर लगाएं नए बाग
डायरेक्टर के मुताबिक नए बाग लगाने के लिए पचास फीसदी सब्सिडी पर उत्तम
किस्म के बीमारी रहित फलदार पौधे भी सप्लाई किए जाते हैं। इस स्कीम के तहत
किसान को प्रति एकड़ 1200 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है, जो पांच
एकड़ तक प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा बागवानी व सब्जी पैदा करने वाले
किसानों को आलू प्लांटर, आलू डिग्गर स्प्रे पंप आदि पर पचास फीसदी सब्सिडी
देने का प्रबंध है। लहसुन, मिर्च आदि मसालेदार फसलों पर 12.5 हजार रुपये
प्रति हेक्टेयर सब्सिडी दी जाती है।
किसानों को गेहूं-चावल के फसली चक्र से निकालने के लिए सरकार ने बागवानी
विभाग के जरिए कई स्कीमें जारी की हैं। बागवानी विभाग, लुधियाना के
डायरेक्टर डॉ. भजनीक सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि किसानों को
राज्य व केंद्र सरकार की इन स्कीमों का लाभ उठाना चाहिए।
डॉ. भजनीक सिंह ने बताया कि केले की खेती पंजाब में एक नई फसल है और यह फसल
दूसरी फसलों से ज्यादा आमदनी देती है। इस फसल पर दवा, खादों आदि पर कम
खर्च आता है। साथ ही सिंचाई के लिए पानी की कम जरूरत पड़ती है। इस फसल से
किसान एक एकड़ में करीब तीन लाख रुपये मुनाफा कमा सकता है। पंजाब सरकार की
ओर से केले की नई किस्म ग्रैंड नैनो के बाग लगाने के लिए 20 हजार रुपये
प्रति एकड़ सब्सिडी दी जा रही है।
केले की फसल 14 महीनों में फल देने के लिए तैयार हो जाती है। राष्ट्रीय
बागवानी मिशन के तहत पंजाब सरकार की ओर से मशरूम की पैदावार के लिए 50 लाख
रुपये की लागत के प्रोजेक्ट पर 25 लाख रुपये की सब्सिडी दी जाती है।
सब्सिडी पर लगाएं नए बाग
डायरेक्टर के मुताबिक नए बाग लगाने के लिए पचास फीसदी सब्सिडी पर उत्तम
किस्म के बीमारी रहित फलदार पौधे भी सप्लाई किए जाते हैं। इस स्कीम के तहत
किसान को प्रति एकड़ 1200 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है, जो पांच
एकड़ तक प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा बागवानी व सब्जी पैदा करने वाले
किसानों को आलू प्लांटर, आलू डिग्गर स्प्रे पंप आदि पर पचास फीसदी सब्सिडी
देने का प्रबंध है। लहसुन, मिर्च आदि मसालेदार फसलों पर 12.5 हजार रुपये
प्रति हेक्टेयर सब्सिडी दी जाती है।