हरिद्वार.योग
गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि वह अपना अनशन जारी रखेंगे, लेकिन उनके
समर्थक चाहें तो अनशन तोड़ सकते हैं। इसे बाबा के रुख में नरमी माना जा रहा
है। बाबा कहते रहे थे कि चार जून से उनके आंदोलन में शुरुआत में ही एक
करोड़ लोग अनशन में शामिल होंगे और फिर यह संख्या पूरे देश में बढ़ती
जाएगी। दिल्ली से खदेड़े जाने के बाद बाबा ने हरिद्वार में अपना आंदोलन
जारी रखा, लेकिन अब वह अपने समर्थकों से इससे पीछे हटने की अपील कर रहे
हैं।
बाबा ने कहा कि दिल्ली पुलिस रामलीला मैदान से सुबूत मिटाने
की तैयारी कर रही है। उन्होंने पुलिस पर पंडाल में लगे सीसीटीवी
कैमरे अपने साथ ले जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये तो समझ में आता
है कि दिल्ली पुलिस ने केंद्र के कहने पर बर्बरता दिखाई, लेकिन उसने चोरी
किसके कहने पर की? दिल्ली पुलिस चोर है।
बाबा ने नरम रुख दिखाते
हुए यह भी कहा कि यदि केंद्र सरकार प्रस्ताव देती है तो वे बातचीत के लिए
तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने (बाबा रामदेव) ने उन पर
कार्रवाई करने वालों को माफ कर दिया है। केंद्र सरकार कह चुकी है कि वह अब
बाबा रामदेव से कोई बात नहीं करेगी।
उधर, पुरी के शंकराचार्य
स्वामी अधोक्षजानंद तीर्थ ने योग गुरु बाबा रामदेव की कड़ी आलोचना की है और
कहा है कि उन्हें केवल योग सिखाना चाहिए और किसी राजनीतिक विवाद में नहीं
उलझना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव के पास काफी अवैध संपत्ति
है और सबसे पहले उन्हें अपनी संपत्ति का खुलासा करना चाहिए।
गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि वह अपना अनशन जारी रखेंगे, लेकिन उनके
समर्थक चाहें तो अनशन तोड़ सकते हैं। इसे बाबा के रुख में नरमी माना जा रहा
है। बाबा कहते रहे थे कि चार जून से उनके आंदोलन में शुरुआत में ही एक
करोड़ लोग अनशन में शामिल होंगे और फिर यह संख्या पूरे देश में बढ़ती
जाएगी। दिल्ली से खदेड़े जाने के बाद बाबा ने हरिद्वार में अपना आंदोलन
जारी रखा, लेकिन अब वह अपने समर्थकों से इससे पीछे हटने की अपील कर रहे
हैं।
बाबा ने कहा कि दिल्ली पुलिस रामलीला मैदान से सुबूत मिटाने
की तैयारी कर रही है। उन्होंने पुलिस पर पंडाल में लगे सीसीटीवी
कैमरे अपने साथ ले जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये तो समझ में आता
है कि दिल्ली पुलिस ने केंद्र के कहने पर बर्बरता दिखाई, लेकिन उसने चोरी
किसके कहने पर की? दिल्ली पुलिस चोर है।
बाबा ने नरम रुख दिखाते
हुए यह भी कहा कि यदि केंद्र सरकार प्रस्ताव देती है तो वे बातचीत के लिए
तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने (बाबा रामदेव) ने उन पर
कार्रवाई करने वालों को माफ कर दिया है। केंद्र सरकार कह चुकी है कि वह अब
बाबा रामदेव से कोई बात नहीं करेगी।
उधर, पुरी के शंकराचार्य
स्वामी अधोक्षजानंद तीर्थ ने योग गुरु बाबा रामदेव की कड़ी आलोचना की है और
कहा है कि उन्हें केवल योग सिखाना चाहिए और किसी राजनीतिक विवाद में नहीं
उलझना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बाबा रामदेव के पास काफी अवैध संपत्ति
है और सबसे पहले उन्हें अपनी संपत्ति का खुलासा करना चाहिए।