नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को घर में
शौचालय निर्माण के लिए अब 3200 रुपये की सहायता दी जाएगी। यानी पहले से एक
हजार रुपये अधिक मिलेंगे। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों
की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में गुरुवार को इसे मंजूरी दे दी गई। बढ़ी
हुई राशि 1 जून से लागू मानी जाएगी।
बीपीएल परिवारों को अपने घरों में शौचालय निर्माण के लिए अब तक 2200
रुपये की सहायता दी जाती थी। पर्वतीय इलाकों के लिए यह सहायता 2700 रुपये
होती थी। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद सामान्य क्षेत्रों के बीपीएल
परिवारों को अब शौचालय बनाने के लिए 3200 रुपये और पर्वतीय इलाकों के
परिवार को 3700 रुपये दिए जाएंगे। इसमें से केंद्र सरकार का योगदान सामान्य
क्षेत्रों के लिए 2200 रुपये और पर्वतीय इलाकों के लिए 2700 रुपये का
होगा। जबकि राज्य सरकारों को 1000 रुपये देने होंगे। लाभान्वित परिवारों को
न्यूनतम 300 रुपये खर्च करने होंगे। राज्य सरकारें चाहें तो अपनी तरफ से
अधिक राशि दे सकती है। बीपीएल परिवारों को इसकी छूट रहेगी कि वे चाहे तो
अपनी ओर से और भी पैसा लगा सकते हैं।
शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि बढ़ाने के इस फैसले से केंद्र
सरकार पर 1348 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। राज्य सरकारों को भी करीब 577
करोड़ का अतिरिक्त बोझ वहन करना पड़ेगा। देश के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं
को खुले मैदान में शौच जाने में होने वाली दिक्कतों को देखते हुए तथा
स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए शौचालय निर्माण अभियान को और
तेज करने के लिए प्रोत्साहन राशि बढ़ाने का यह फैसला किया गया है। केंद्र
ने मार्च 2015 तक देश के ग्रामीण घरों को शौचालय सुविधा से लैस करने का
लक्ष्य निर्धारित किया है। सरकार का मानना है कि ग्रामीण आबादी का विकास और
कल्याण तब तक संभव नहीं है जब तक उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो जाता
है। और यह तब तक संभव नहीं है जब तब सबके लिए शौचालय और स्वच्छ पेयजल की
सुविधा न मुहैया करा दी जाये। केंद्र सरकार ने इसी के मद्देनजर संपूर्ण
स्वच्छता अभियान चलाया है। केंद्र प्रायोजित इस योजना के तहत प्रत्येक
ग्रामीण परिवार के लिए उनके अपने घर में एक सुसज्जित शौचालय बनाने का
लक्ष्य है।
इस अभियान के माध्यम से सरकार ने 3.85 करोड़ बीपीएल परिवारों सहित कुल
7.14 करोड़ ग्रामीण परिवारों को घरों में शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहित
किया है।