भोपाल। मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर [एनपीआर] के कार्य
को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की आधार और राज्य की फूड कूपन योजना के
बायोमेट्रिक पंजीकरण के साथ जोड़कर साझा कार्य किया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि इस तरह का निर्णय लेने
वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। इससे पूर्व मनरेगा, सर्व शिक्षा
अभियान सहित कई योजनाओं को आधार [यूआईडी] योजना के साथ जोड़ा गया है।
गौरतलब है कि भारत के महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त द्वारा राष्ट्रीय
जनसंख्या रजिस्टर के लिए पूर्व में एकत्रित जानकारी के अलावा अन्य
जानकारियों को एकत्र किया जाना है। इस काम के लिए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय
जनसंख्या रजिस्टर के बायोमेट्रिक पंजीकरण के समस्त कार्यो को राज्य में चल
रहे फूड कूपन और यूआईडी के बायोमेट्रिक पंजीकरण के कार्य को आधार मानकर
करने का निर्णय सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया है।
यह निर्णय मुख्य सचिव अवनि वैश्य की अध्यक्षता में संपन्न उच्च शक्ति
प्राप्त संचालन समिति की बैठक में लिया गया। इस फैसले के तहत अब राष्ट्रीय
जनसंख्या रजिस्टर के लिए वर्ष 2010 में भराए गए घरेलू अनुसूची के अंकरूपण
का कार्य मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रानिक डेवलपमेंट कार्पोरेशन से कराया
जाएगा।