महाराष्ट्रः अन्ना हजारे ने आज आरोप लगाया कि सरकार लोकपाल विधेयक के
मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ताओं को धोखा दे रही है और कहा कि वह भ्रष्टाचार
के खिलाफ़ योग गुरु रामदेव के अनशन आंदोलन में शामिल होंगे. गांधीवादी
हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार को उखाड़ फ़ेंकने के लिए सरकार के पास
इच्छाशक्ति का अभाव है.
उन्होंने कहा, मैं बाबा रामदेव के आंदोलन में पांच जून को शरीक हूंगा.
लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ़ है. सरकार ने हमें धोखा देने की कोशिश की है.
सरकार ने हमें आश्वासन दिया था कि वह हमारी मांगों पर विचार करेगी. हजारे
ने कहा कि वह आगे के कार्यक्रम को लेकर योग गुरु से चर्चा करेंगे. हजारे ने
कहा कि सरकार ने लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ताओं को धोखा
दिया है और लोगों ने सरकार के विश्वासघात को महसूस किया है.
उन्होंने कहा, मैं बाबा रामदेव का समर्थन करूंगा ताकि सरकार वह न कर सके
जो उसने तब किया जब हम लड़ रहे थे. हम भ्रष्टाचार के खिलाफ़ मिलकर
लड़ेंगे. आगे से हम भ्रष्टाचार को उखाड़ फ़ेंकने के मुद्दे पर मौखिक
आश्वासनों से संतुष्ट नहीं होंगे. हजारे ने यह भी उल्लेख किया कि जनता में
योग गुरु की एक प्रतिष्ठा है और जहां भी वह जाते हैं लोग उन्हें सुनने के
लिए जुट जाते हैं.
कल बाबा रामदेव के साथ हुई वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, कपिल सिब्बल,
पवन कुमार बंसल और सुबोध कांत सहाय की बातचीत के एक दिन बाद हजारे की यह
टिप्पणी आई है. चारों मंत्रियों ने बाबा रामदेव को इस बात के लिए मनाने की
कोशिश की कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अनशन नहीं करें, लेकिन योग गुरु ने
कहा कि वह चार जून से अपना आंदोलन शुरू करके रहेंगे.