सदर अस्पताल में मानवता शर्मसार हो रही है. मरीजों का यहां पशुओं की तरह
इलाज किया जा रहा है. वैसे तो सदर अस्पताल बेहतर सेवा देने का दम भरता है,
लेकिन प्रतिकूल परिस्थितियों में इसकी पोल खुल जाती है. सोमवार को यहां ऐसा
ही नजारा देखने को मिला.
प्रखंड के अगिनी गांव में डायरिया ने विकराल रूप धारण कर लिया है.
सोमवार को भी इस गांव के डायरिया से पीड़ित आधा दर्जन लोग अस्पताल पहुंचे.
सदर अस्पताल में बेड खाली नहीं होने के कारण जमीन पर लिटा कर उनका इलाज
किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, अगिनी गांव निवासी वशिष्ठ कुमार की
दो पुत्रियों व एक पुत्र को अस्पताल लाया गया. वहीं, डायरिया से पीड़ित छह
वर्षीया धर्मशीला कुमारी, सुशीला कुमारी (4) व टुटुल कुमार (2) को वार्ड
से बाहर सड़क के किनारे लिटा कर भगवान भरोसे छोड़ दिया गया.
सदर अस्पताल के चिकित्सक इस संबंध में कुछ भी बताने से बचते रहे. पीड़ित
बच्चों की हालत को देख एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई. उल्लेखनीय है कि
अगिनी गांव के डायरिया से पीड़ित एक दर्जन से अधिक लोगों का इलाज शहर के
विभिन्न निजी क्लिनिकों में चल रहा है.