जयपुर। राजस्थान के सहकारिता मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा है कि इस
वर्ष के रबी फसली सहकारी रिणों को 31 मई तक जमा कराने वाले काश्तकारों को
ब्याज दर में दो प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
उन्होंने सहकारी रिण काश्तकारों से आग्रह किया कि वे ब्याज में दो
प्रतिशत की छूट का लाभ उठाते हुए बताया फसली सहकारी कर्जो को शीघ्र जमा
कराएं।
मीणा सोमवार को यहा फसली सहकारी रिणों की वसूल की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2010-11 में राज्य में ग्राम सेवा सहकारी समितियों के
माध्यम से रिकार्ड 5,500 करोड रुपये से अधिक के फसली सहकारी कर्जे सात
प्रतिशत की ब्याज दर से वितरित किए गए थे।
उन्होंने बताया कि समय पर रिण चुकाने वाले काश्तकारों को प्रोत्साहित
करने के लिए काश्तकारों को छूट देने का निर्णय लिया गया है। निर्णय के
अनुसार 31 मई तक रबी 2011 के फसली सहकारी रिणों को जमा कराने वाले
काश्तकारों को ब्याज दर में दो प्रतिशत की छूट देते हुए पाच प्रतिशत की
ब्याज दर से ब्याज लिया जाएगा। इससे समय पर फसली सहकारी रिण चुकाने वाले
किसानों को ब्याज दर में सीधे दो प्रतिशत का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव तपेश पवार ने बताया कि मई के पहले
सप्ताह तक 51 प्रतिशत से अधिक की वसूली हो चुकी है। उन्होंने सहकारी बैंकों
को निर्देश दिए कि ब्याज दर में छूट की जानकारी अधिक से अधिक ऋणी सदस्यों
तक पहुंचाते हुए काश्तकारों को 31 मई तक फसली सहकारी कर्जे जमा कराने के
लिए प्रेरित करें।
पवार ने बताया कि मई के पहले सप्ताह तक राज्य में सर्वाधिक 70 फीसदी से
अधिक की फसली सहकारी कर्जों की वसूली बाडमेर केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा
की गई है। सबसे कम वसूली भरतपुर केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा की गई है।
उन्होंने फसली सहकारी रिणों की वसूली में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।